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श्रीनगर में राहुल गांधी: बोले- मैंने अपनों को खोने का दर्द सहा, मोदी-शाह का भी किया जिक्र; सफेद टी-शर्ट को लाल रंग में बदलने का दिया मौका

श्रीनगर। कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का सोमवार को श्रीनगर में समापन हुआ। 145 दिन पहले यानि 7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई यात्रा भारी बर्फबारी के बीच खत्म हुई। श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में राहुल गांधी जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की हत्या का भी जिक्र किया।

मैेने हिंसा सही है, मैं इसे समझता हूं

राहुल ने कहा, मैं हिंसा को समझता हूं। मैंने हिंसा सही है, देखी है। जो हिंसा नहीं सहता, जिसने हिंसा नहीं देखी। उन्हें ये बात समझ नहीं आएगी। जैसे मोदीजी हैं, अमित शाहजी हैं, संघ के लोग हैं उन्होंने हिंसा नहीं देखी, न हिंसा सही। यहां पर हम 4 दिन पैदल चले। मैं गारंटी देकर कहता हूं कि जैसे मैं चार दिन चला, बीजेपी का कोई नेता ऐसे नहीं चलेगा क्योंकि ये लोग डरते हैं। कश्मीरियों और फौजियों की तरह मैंने अपनों को खोने का दर्द सहा है।

यात्रा के दौरान कुछ ऐसे गायब हुआ दर्द

राहुल गांधी ने कहा, यात्रा के दौरान बहुत कुछ सीखने को मिला। मैंने सोचा था कि कन्याकुमारी से कश्मीर तक चलने में मुश्किल नहीं होगी। लेकिन 5-7 दिन चलने के बाद प्रॉब्लम होने लगी। मैं सोचने लगा कि जो 3500 किलोमीटर हैं, उन्हें चल पाऊंगा कि नहीं। तभी छोटी बच्ची आई, मेरे पास। उसने कहा कि मैंने कुछ लिखा है, लेटर देने के बाद वो मुझे गले लगाकर भाग गई। उसने लिखा था कि मुझे दिख रहा है कि आपके घुटने में दर्द है। मैं आपके साथ कश्मीर नहीं चल सकती। लेकिन मैं दिल से आपके साथ चल रही हूं। मैं जानती हूं कि आप हम सभी के लिए चल रहे है, उसी दिन से मेरा दर्द गायब हो गया।

इस वजह से किया जैकेट नहीं पहनने का फैसला

एक व्यक्ति ने कहा- ये बच्चे गंदे हैं, मैंने कहा- हमसे ज्यादा साफ हैं: ‘यात्रा मैं चल रहा था, 4 बच्चे आए। ये भीख मांगते थे, उनके पास कपड़े नहीं थे। तभी मैंने सोचा कि अगर ये स्वेटर और जैकेट नहीं पहन रहे, तो मुझे भी नहीं पहननी चाहिए। मजदूरी करते थे तो मिट्टी थी। मैं उनके गले लगा, घुटनों पर जाकर पकड़ा। मेरे साथ चल रहे एक व्यक्ति ने बोला कि ये बच्चे गंदे हैं, इनके पास नहीं जाना चाहिए। मैंने उनसे कहा कि बच्चे आपसे और मुझसे ज्यादा साफ हैं।

सफेद टी-शर्ट को लाल रंग में बदल दो

राहुल ने कहा, मुझे सिक्योरिटी वालों ने कहा था कि आप पूरे हिंदुस्तान में चल सकते हो, जम्मू में भी चल सकते हो। लेकिन आखिरी के चार दिन कश्मीर में आपको गाड़ी से चलना चाहिए। मैंने कहा 4 दिन चलूंगा, अपने घर के लोग हैं, उनके बीच में चलूंगा। बदल दो इस टी-शर्ट का रंग, लाल कर दो। देखी जाएगी। मगर जम्मू-कश्मीर के लोगों ने मुझे हैंड ग्रेनेड नहीं अपने दिल खोलकर प्यार दिया।

मेरे परिवार ने मुझे सिखाया है, गांधी जी ने मुझे सिखाया है कि अगर जीना है, तो डरे बिना जीना है, नहीं तो नहीं जीना है।

भगवान शिव की सोच और इस्लाम में बताया कनेक्शन

भारत जोड़ो यात्रा के समापन के मौके पर राहुल गांधी ने भगवान शिव की सोच और इस्लाम के बीच कनेक्शन की बात कही। उन्होंने कहा कि, एक तरफ शिवजी की सोच है। थोड़ी सी गहराई में जाएंगे, तो इसे शून्यता कहते हैं। शिवजी की सोच है- अपने आप पर, अपने अहंकार पर, अपने विचारों पर आक्रमण करना। उन्होंने कहा कि दूसरी तरफ इस्लाम में इसे फना कहा जाता है। सोच वही है।

इस्लाम में फना का मतलब अपने ऊपर आक्रमण, अपनी सोच पर आक्रमण। जो हम किला बना देते हैं, मैं ये हूं. मेरे पास ये है। उसी किले पर आक्रमण करना शून्यता है। वह फना है। इस धरती पर इन दोनों विचारधाराओं का गहरा रिश्ता है और ये सालों से है। इसी को हम कश्मीरियत कहते हैं।

हाथ से हाथ जोड़ो अभियान

कांग्रेस का हाथ से हाथ जोड़ो अभियान 26 जनवरी से शुरू हो गया है। यह अभियान 26 मार्च को खत्म होगा। इसके तहत भारत जोड़ो का संदेशा हर बूथ और ब्लॉक में पहुंचाया जाएगा। इसमें गांव-गांव में घर-घर संपर्क किया जाएगा। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि, भारत जोड़ो यात्रा चुनावी यात्रा नहीं विचारधारा आधारित यात्रा है। पदयात्रा में इस भारत जोड़ो यात्रा के उद्देश्य के बारे में जानकारी देने के साथ केंद्र व राज्य सरकार की असफलताएं बताई जाएगी।

जानकारी के मुताबिक, तीन महीने के इस चुनावी अभियान में कांग्रेस 10 लाख मतदान केंद्रों तक पहुंचेगी और 2.5 लाख ग्राम पंचायतें, 6 लाख गांवों और हर राज्य में जाएगी।

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