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विधानसभा में सपा पर बरसे CM योगी: बोले- रामचरित मानस को जलाकर आपने 100 करोड़ हिंदुओं को अपमानित किया

प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को सदन में समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा। प्रदेश में रामचरित मानस को लेकर चल रहे विवाद पर सीएम योगी ने कहा कि- यूपी राम-कृष्ण की धरती है, गंगा-यमुना और संगम की धरती है, जिस पर गौरव होना चाहिए। लेकिन रामचरितमानस ग्रंथ की प्रतियां जलाकर सपा ने 100 करोड़ हिंदुओं को अपमानित किया है। ऐसी अराजकता को कोई कैसे स्वीकार कर सकता है।

सीएम ने कहा कि, कुछ लोगों ने तुलसीदास का अपमान व रामचरित मानस को फाड़ने का प्रयास किया। जिसकी मर्जी आए, वह हिंदुओं का अपमान कर ले, अपने अनुरूप शास्त्रों की विवेचना कर ले। यह कृत्य किसी अन्य मजहब के साथ हुआ होता तो क्या स्थिति होती।

माफियाओं को मिट्टी में मिला दूंगा: सीएम योगी

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के बहुचर्चित राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की शुक्रवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड की गूंज शनिवार को विधानसभा तक पहुंच गई। उमेश पाल हत्याकांड पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, ‘हम माफियाओं के खिलाफ हैं, उन्हें मिट्टी में मिला देंगे। हम किसी भी माफिया को नहीं छोड़ेंगे।’

कानून व्यवस्था को लेकर उठे सवाल पर सीएम योगी ने विधानसभा में विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि, राज्य में जो अपराधी और माफियां हैं वो सभी सपा के द्वारा पाले गए हैं। सपा माफियाओं की पोषक है। राजू पाल हत्याकांड में अतीक अहमद दोषी है, उसे सपा ने विधायक बनाकर प्रश्रय दिया। अपराधी को पहले सांसद बनाओ, फिर तमाशा करो।

माफियाओं और अपराधियों को सरपरस्त है विपक्ष

मुख्यमंत्री ने चेतावनी भरे लजहे में कहा कि, माफियाओं को मिट्टी में मिला दूंगा। प्रयागराज की घटना पर सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति के आधार पर कार्य कर रही है। माफिया कोई भी हो, उनको मिट्टी में मिलाने का काम हमारी सरकार करेगी। विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि, ये पेशेवर माफियाओं और अपराधियों को सरपरस्त हैं। पूरा प्रदेश इस बात को जानता है कि, इनके रग-रग में अपराध भरा हुआ है।

उमेश पाल की शुक्रवार को घर के सामने हुई थी हत्या

उत्तर प्रदेश में बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की शुक्रवार को हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड से संबंधित सीसीटीवी (CCTV) फुटेज भी सामने आए हैं। जिसमें देखा जा सकता है कि कैसे बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया। घटना पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि हमलावर कार और बाइक से आए थे और लगातार उमेश पाल की कार का पीछा कर रहे थे।

जानकारी के मुताबिक, हमला उस समय हुआ जब उमेश पाल कोर्ट से गवाही देकर अपनी सफेद रंग की क्रेटा कार से घर के गेट तक ही पहुंचे थे। वह पिछली सीट पर बैठे थे, जैसे ही वे गाड़ी से बाहर निकले तो 4-5 हमलावरों ने उन पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी। इसके बाद जब वह घर के अंदर भागे, तो बम से हमला कर दिया। हमले में उनके दो गनर भी घायल हुए थे। इनमें से एक गनर संदीप निषाद ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। सरकार द्वारा उमेश पाल की सुरक्षा में दोनों गनर तैनात किए गए थे। पुलिस ने कहा कि बमबारी में गंभीर रूप से घायल उमेश पाल को स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इलाके के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हमलावरों की पहचान करने की जा रही है।

पुलिस हिरासत में अतीक अहमद के बेटे

एसटीएफ की प्रयागराज यूनिट ने बाहुबली अतीक अहमद के 2 बेटे एहजम और आबान को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। वहीं अतीक के आधा दर्जन से ज्यादा करीबियों को भी हिरासत में लिया गया है। क्राइम ब्रांच और STF की टीम पूछताछ कर रही है। पुलिस ने अतीक के 2 नाबालिग बेटों और उसके दोस्त की कॉल डिटेल भी निकलवाई है। इस हत्याकांड में पुलिस ने अतीक की पत्नी ​शाइस्ता से भी पूछताछ की है।

राजू पाल हत्याकांड में मुख्य गवाह थे उमेश

शहर पश्चिम के विधायक रहे राजू पाल की 25 जनवरी 2005 को धूमनगंज इलाके में हत्या कर दी गई थी। उनकी पत्नी पूजा पाल कौशाम्बी की चायल सीट से सपा की विधायक हैं। उमेश, बहुजन समाज पार्टी के विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह थे। वह राजू पाल की पत्नी पूजा पाल की सगी बुआ का लड़का था।

राजू पाल हत्याकांड का मुख्य आरोपी माफिया से नेता बना अतीक अहमद है, जो वर्तमान में गुजरात जेल में बंद है। राजू पाल हत्याकांड की जांच CBI ने की थी, जिसमें उमेश पाल मुख्य गवाह थे। यही वजह है कि उन्हें कई बार जान से मारने की धमकी मिली थी।

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