
जबलपुर के इंदिरा मार्केट स्थित विनोवा भावे सब स्टेशन पर रखरखाव के कार्य के दौरान हादसा हो गया। यहां 2 ठेका श्रमिक करंट की चपेट में आ गए और गंभीर रूप से झुलस गए। दोनों को निजी अस्पताल में पहुंचाया गया। जहां डॉक्टर ने एक को मृत घोषित कर दिया। वहीं दूसरे की हालत गंभीर बताई जा रही है।
ये भी पढ़ें: रीवा : परीक्षा देकर घर लौट रहे भाई-बहन को ट्रक ने रौंदा, 3 की मौत, आक्रोशित लोगों ने लगाया जाम
बिजली की सप्लाई बंद रखने का था परमिट
सिविल लाइन पुलिस ने बताया कि 132 केवी विनोवा भावे सब स्टेशन में मेंटेनेंस का काम चल जा रहा था। तब बिजली की सप्लाई बंद रखी गई थी। पूर्व संभाग के कार्यपालन अभियंता नीरज परस्ते ने बताया कि सप्लाई बंद रखने का परमिट था। मप्र पावर ट्रांसमिशन कंपनी की ओर से काम कराया जा रहा था। ट्रांसमिशन कंपनी ने ठेका श्रमिकों से सब स्टेशन के स्ट्रक्चर पर पुताई का कार्य शुरू करवाया। इस दौरान बंद लाइन की बजाए चालू लाइन पर कर्मी काम करते वक्त करंट की चपेट में आ गए।
ये भी पढ़ें : सागर में सड़क हादसा : कठोंदा सरपंच समेत 2 की मौत, हाईवे की पुलिया के नीचे मिले शव
पोल की पुताई के दौरान श्रमिक को लगा करंट
प्रत्यक्षदर्शी ठेका श्रमिक हर्ष कश्यप ने बताया कि वह सब स्टेशन पर कुछ दूरी पर काम कर रहा था। तभी जोरदार शार्ट सर्किट हुआ। पोल पर काम कर रहा रांझी झंडा चौक नई बस्ती निवासी प्रकाश पासी (28) करंट की चपेट में आ गया। प्रकाश की सीढ़ी को घमापुर निवासी राजकुमार पंथी ने पकड़ी हुई थी। करंट की चपेट में वह भी आ गया। दोनों को गंभीर हालत में निजी अस्पताल पहुंचाया गया। जहां प्रकाश पासी की मौत हो गई। वहीं राजकुमार पंथी की हालत नाजुक बनी हुई है। पुलिस इस मामले को जांच में लिया है। घटना कैसे हुई और पता किया जा रहा है।
ये भी पढ़ें: उज्जैन में अनोखी शादी : 82 साल के रिटायर अधिकारी की हमसफर बनी 36 साल की महिला, बोले- बनेंगे एक दूसरे का सहारा
कंपनी 9 हजार देती है वेतन
हर्ष कश्यप ने बताया कि स्ट्रक्चर पर काम करने वाले कर्मियों को ठेका कंपनी की तरफ से 9 हजार रुपए मासिक वेतन मिलता था। अब हादसे के बाद कंपनी कितनी जिम्मेदारी लेती है यह तय नहीं है। वहीं सवाल ये है कि ठेका श्रमिकों से बिजली की लाइन पर काम करवाना उचित है कि नहीं।