भोपाल। कोरोना की आहट होते ही सरकार और मध्यप्रदेश का स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड पर आ गया है। शुक्रवार को चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने गांधी मेडिकल कॉलेज स्थित स्टेट वायरोलॉजी लैब पहुंचकर होल जिनोम सिक्वेंसिंग मशीन का निरीक्षण किया। भोपाल में एम्स के बाद स्टेट वायरोलॉजी लैब में भी अब जिनोम सिक्वेंसिंग हो सकेगी।
मंत्री ने बताया कि इससे सैंपलों की जांच और नए वैरिएंट की पहचान और आसान हो जाएगी। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान प्रदेश के 6 मेडिकल कॉलेजों में जीनोम सिक्वेंसिंग यूनिट शुरू की गई थीं। हालांकि, यूनिट लगने तक कोरोना के मामले कम हो गए और इसका इस्तेमाल नहीं हो सका। मंत्री सारंग ने कहा कि केंद्र सरकार के निर्देश के अनुसार, पॉजिटिव केसों की जीनोम सिक्वेंसिंग होगी। इस मशीन में एक बार में 96 पॉजिटिव केसों की जीनोम सिक्वेंसिंग हो सकेगी।
3 पॉजिटिव मरीजों के सैंपल जीनोम टेस्ट के लिए भेजे
पिछले दो हफ्ते में राजधानी में मिले 3 कोविड पॉजिटिव मरीजों के सैंपल जीनोम टेस्ट के लिए एम्स, भोपाल भेजे गए हैं। जांच रिपोर्ट अगले हफ्ते आएगी। सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि कोरोना टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई जाएगी। जरूरत हुई तो इसके लिए कैंप भी लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि फिलहाल घबराने की जरूरत नहीं है। सिर्फ मास्क सहित अन्य नियमों का पालन कर कोरोना से बचा जा सकता है।
भोपाल में 127 टेस्ट, सभी की रिपोर्ट निगेटिव
कोविड के नए वैरिएंट BF .7 के अलर्ट के बीच भोपाल में शुक्रवार को कोरोना के 127 सैंपलों की जांच की गई। यह सैंपल गांधी मेडिकल कॉलेज, एम्स और दूसरे लैब भेजे गए हैं। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इसके अलावा 11 सैंपल लैब से रिजेक्ट किए गए हैं। इसके चलते सभी 11 कोविड संदिग्ध मरीजों के सैंपल जांच के लिए दोबारा लिए जाएंगे। शुक्रवार को 135 लोगों के सैंपल लिए गए, जिनकी रिपोर्ट शनिवार को आएगी।
ऑक्सीजन प्लांट का मॉक ड्रिल
मंत्री सारंग ने बताया कि सभी ऑक्सीजन प्लांट चालू एवं पूरी क्षमता के साथ सक्रिय हैं। ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट सुचारू रूप से संचालित हों, इसके लिए पीरियाडिक कैलेंडर बनाया गया है। इसके अनुसार हर माह ऑक्सीजन प्लांट की मॉक ड्रिल की जा रही है।
भोपाल में 6,849 बेड आरक्षित
राजधानी भोपाल में कोरोना से मुकाबला करने के लिए 6,849 बेड आरक्षित किए गए हैं। इनमें से 3,993 बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा है। वहीं 1,381 बेड आईसीयू में और 1520 आइसोलेशन बेड हैं।