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बोरवेल खुले हैं तो मालिक पर FIR कराएं, सीएम ने दिए प्रदेश भर के कुओं, बावड़ी की लिस्ट बनाने के आदेश

इंदौर बावड़ी हादसे के बाद सख्ती, शिवराज बोले- हम बच्चों के गिरने का इंतजार नहीं कर सकते

भोपाल। इंदौर के स्नेह नगर में बावड़ी का स्लैब धंसने से 36 लोगों की मौत के बाद सरकार इस मुद्दे को लेकर गंभीर हुई है। रविवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर्स के साथ वर्चुअल मीटिंग में इस संबंध में निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों से कहा- हर जिले में गंभीरता के साथ सूची बना लें कि पुराने कुएं बावड़ी कहां-कहां थे। आबादी के क्षेत्रों की चिंता पहले करें। इसके बाद खेतों आदि को देखें।

सीएम ने कहा कि खुले बोरवेल की भी लिस्ट बनाएं। ये प्राइवेट बोर भी हो सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि खुले बोरवेल जिसके भी खेत या जमीन पर होंगे, उसके खिलाफ तत्काल एक्शन लें और एफआईआर दर्ज कराएं। यदि सरकारी जमीन पर बोरवेल खुले हैं तो संबंधित विभागीय अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे कुएं- बावड़ी जिनमें बाउंड्री या मुंडेर नहीं हैं, उन्हें भी खुले नहीं छोड़ें। यह निजी हैं तो भी इनमें मुंडेर या बाउंड्री अनिवार्य तौर पर बनवाएं।

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इंदौर में रामनवमी पर हुईं 36 मौतें

30 मार्च 2023 को रामनवमी के दिन इंदौर के स्नेह नगर स्थित बेलेश्वर महादेव मंदिर में हवन-पूजन चल रहा था। यहां बावड़ी के ऊपर डली स्लैब में 50 से अधिक लोग बैठे थे। पूर्णाहूति के वक्त अचानक स्लैब धंसी और सभी लोग नीचे गिर गए। 24 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन में 36 लोगों के शव निकाले गए। इस दुर्घटना में कई परिवार उजड़ गए। हालांकि, 17 लोगों को रेस्क्यू किया गया, जिनकी हालत अब ठीक बताई जा रही है।

14 मार्च को विदिशा में गिरा था बच्चा

14 मार्च 2023 को विदेश की लटेरी तहसील के गांव खेरखेड़ी पठार में लोकेश अहिरवार नामक बच्चा 60 फीट गहरे खुले बोरवेल में गिर गया था। उसे सुरक्षित निकालने के बाद घंटों ऑपरेशन चला। सेना ने उसे बाहर निकाल भी लिया, लेकिन दुर्भाग्य से उसकी जान नहीं बच पाई थी। इस घटना के बाद कई कलेक्टरों ने अपने इलाकों में खुले बोरवेल पर सख्ती के निर्देश दिए थे।

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