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अरुणाचल भिड़ंत के लिए चीनी सेना ने भारतीय जवानों पर लगाए आरोप, कहा- अवैध तरीके से हमारे क्षेत्र में घुसे

बीजिंग। अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में 9 दिसंबर को भारतीय और चीनी सैनिकों की भिड़ंत के बीच चीन की प्रतिक्रिया सामने आई है। चीनी सेना के एक अधिकारी का कहना है कि भारतीय सेना के जवानों ने विवादित सीमा को पार किया, जो झड़प की वजह बनी। इस भिड़ंत में चीनी सेना के करीब 30 जवानों के घायल होने की खबर है, जबकि 15 भारतीय सैनिकों को भी चोटें आई थीं। हालांकि, इनमें से कोई भी गंभीर घायल नहीं है।

भारतीय सैनिकों ने हमें उकसाया

चीनी सैन्य अधिकारी और PLA के पश्चिमी कमांड के प्रवक्ता लॉन्ग शाओहुआ ने कहा कि भारत चीन की सीमा पर तैनात अपने सैनिकों को नियंत्रित करे और चीन के साथ मिलकर सीमावर्ती इलाकों में शांति बहाल करे। उन्होंने आरोप लगाया कि 9 दिसंबर को भारतीय सैनिकों ने अवैध तरीके से सीमा पार करने के बाद रूटीन पेट्रोलिंग कर रहे चीनी सैनिकों को उकसाया, जिसकी वजह से झड़प हुई थी।

17 हजार ऊंची चोटी पर कब्जा करने की फिराक में चीन

इधर, भारतीय सेना ने मंगलवार को कहा कि सेटेलाइट इमेजेस से पता चलता है कि चीन की सेना PLA ने अरुणाचल प्रदेश के तवांग से सटे अपने इलाके में गांव बसाने के साथ ही भारत-चीन बॉर्डर पर रोड का भी निर्माण कर लिया है। सेना ने सूत्रों के हवाले से बताया कि 9 दिसंबर को चीन के 300 सैनिक एलएसी के पास आ गए थे। 17 हजार फीट की ऊंचाई पर इन्हें नियंत्रित करने के लिए रणनीति की जरूरत होती है, लेकिन इसके बाद भी भारतीय सैनिकों ने प्रयास किया। सेना ने कहा कि चीन बार-बार 17,000 फीट ऊंची चोटी पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन भारत का शिखर पर नियंत्रण है। इससे उसे सीमा के दोनों तरफ एक कमांडिंग व्यू मिलता है।

राजनाथ बोले- हमारी सेना ने चीन को रोका

इससे पहले, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में इस घटना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने लोकसभा और राज्यसभा में बताया कि भारतीय सेना ने बहादुरी से पीएलए को हमारे क्षेत्र में अतिक्रमण करने से रोका और उसे अपनी चौकियों पर वापस जाने के लिए मजबूर कर दिया। उन्होंने माना कि झड़प में दोनों सेनाओं के कुछ सैनिक घायल हुए हैं। राजनाथ ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश के यांग्त्सी क्षेत्र में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने यथास्थिति को बदलने की कोशिश की थी, जिसे हमारी सेना ने विफल कर दिया। इस झड़प में किसी भारतीय सैनिक की मृत्यु नहीं हुई, और न ही कोई भारतीय सैनिक गंभीर रूप से घायल हुआ है।

चीनी विदेश मंत्रालय ने ब्योरा देने से किया इंकार

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा- जहां तक ​​हमें पता है, चीन और भारत के बीच सीमा पर मौजूदा स्थिति सामान्यत: स्थिर है। उन्होंने पत्रकारों से कहा – इससे अधिक ब्योरे के लिए आपको सक्षम अधिकारियों से संपर्क करना चाहिए। वांग ने यह भी कहा कि बीजिंग उम्मीद करता है कि भारत हमारे साथ समान दिशा में काम करेगा और दोनों पक्षों के नेताओं की आम समझ के अनुरूप चलेगा। इसके साथ ही दोनों पक्षों द्वारा समझौतों का पालन करेगा और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति एवं स्थिरता बनाए रखेगा। जून 2020 में गलवान घाटी में भीषण संघर्ष के बाद दोनों देशों के सैनिकों के बीच यह पहली बड़ी झड़प है।

अरुणाचल के तवांग में भारत – चीन के सैनिकों में भिड़ंत, दोनों सेनाओं के कई जवान घायल

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