ग्वालियर। भोपाल नगरीय प्रशासन संचालनालय द्वारा भेजी गई 1.25 करोड़ की राशि ग्वालियर में एक निजी खाते में पहुंच गई। जब मामले का पता लगा तो बैंक खाता सीज करने से पहले ही सवा लाख रुपए खर्च होने का खुलासा भी हुआ है। रकम रिकवरी में 96 हजार ही वसूल हो सके हैं।
संचालनालय, नगरीय प्रशासन एवं आवास विभाग द्वारा ग्वालियर नगर निगम में बीएलसी घटकों के तहत राशि देने के लिए भोपाल से लगभग 1.25 करोड़ की राशि ट्रांसफर की थी, लेकिन वह नगर निगम ग्वालियर के पीएनबी एकाउंट में न पहुंचकर दाल बाजार निवासी हर्ष राज शर्मा के एकाउंट में पहुंच गई। खाते में इतनी बड़ी रकम देख हर्ष राज ने सवा लाख रुपए खर्च भी कर डाले।
मामले के खुलासे के बाद हर्ष को जब नगर निगम के अपर आयुक्तों ने बातचीत के लिए बुलाया, तो उसने न नुकर की। लेकिन नगर निगम के दबाव में उसने 40 हजार कैश जमा कर दिए इसके साथ ही 56 हजार की राशि वाले इसके एक खाते को सीज कर दिया गया। साथ ही 30 हजार की राशि अगले हफ्ते में जमा करने के आश्वासन पर मामला सुलझा।
संचालनालय से 1.25 करोड़ रुपये दूसरे खाते में पहुंच गए थे। जिसकी रिकवरी के लिए 40 हजार जमा व 56 हजार वाले खाते को सीज कर दिया है, 30 हजार देने का वादा किया है।
मुकुल गुप्ता, अपर आयुक्त, नगर निगम ग्वालियर