श्योपुर। कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से लाई गई ज्वाला नामक चीता ने तीन नहीं चार शावकों को जन्म दिया है। एक शावक वन विभाग अमले को दूसरे दिन मिला है। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने इसकी पुष्टि की है। मंगलवार को चीता ज्वाला ने शावकों को जन्म दिया था, जिसके बाद तीन शावकों को जन्म देने की बात सामने आई थी।
वहीं केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र सिंह ने भी इसको लेकर अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट किया था। वहीं बुधवार को भूपेंद्र सिंह ने जानकारी दी कि ज्वाला ने तीन नहीं चार शावकों को जन्म दिया है। अब कूनो में 8 शावकों सहित चीतों की संख्या 21 हो गई है।
वन विभाग टीम को एक और शावक मिला
मादा चीता ज्वाला ने सोमवार को शावकों को जन्म दिया था। केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने मंगलवार सुबह करीब 8 बजे अपने X हैंडल पर तीन शावकों के जन्म की जानकारी दी थी। बुधवार को वन विभाग टीम को एक और शावक मिला। जिसके बाद केंद्रीय वन मंत्री ने बधाई देते हुए पोस्ट कर लिखा- ज्वाला ने तीन नहीं चार शावकों को जन्म दिया है।
Wildlife wonders!
As frontline wildlife warriors managed to get closer to Jwala, they found she has given birth to four, not three, cubs. This has increased our joy several times over.
Congratulations all.
We pray the cubs thrive and prosper at their home in India. pic.twitter.com/0zJj8Cxnna
— Bhupender Yadav (@byadavbjp) January 24, 2024
लिखा ‘अग्रिम पंक्ति के वन्य जीव योद्धा ज्वाला के करीब पहुंचने में कामयाब रहे, उन्होंने पाया कि उसने तीन नहीं, बल्कि चार शावकों को जन्म दिया है। इससे हमारा आनंद कई गुना बढ़ गया है। सभी को बधाई, हम प्रार्थना करते हैं कि शावक भारत में अपने घर में फलें-फूलें और समृद्ध हों।’
पिछले साल 4 शावकों को दिया था जन्म
बता दें कि 27 मार्च 2023 को भी ज्वाला ने चार शावकों को जन्म दिया था, लेकिन इनमें से तीन शावकों की मौत हो गई। एक मादा शावक फिलहाल स्वस्थ है, वह 10 माह का हो चुका है। वहीं नामीबियाई चीता आशा ने भी 3 जनवरी 2024 को तीन शावकों को जन्म दिया गया था, जिसके कुछ दिन बाद ही ज्वाला ने भी शावकों को जन्म दिया है।
अब तक 7 चीते और तीन शावक की मौत
कूनो नेशनल पार्क में दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया से लाए गए कुल 20 चीतों को लगाया गया था। पार्क में अब तक शावक और चीतों को मिलाकर यह 10वीं मौत है। इनमें 7 चीते और 3 शावक है। नामीबिया से लाया गया चीता शौर्य अपने सगे भाई गौरव के साथ आया था।
नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए चीते
भारत में चीतों की आबादी को फिर से बसाने के लिए 8 चीतों को नामीबिया से कूनो नेशनल पार्क लाया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 17 सितंबर को इन्हे विशेष बाड़ों में छोड़ा। इनमें 5 मादा और 3 नर चीते शामिल थे। इस साल 18 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका से 12 और चीते (7 नर और 5 मादा) कूनो नेशनल पार्क में लाए गए थे। इससे पहले भारत में चीतों को 1952 में विलुप्त घोषित कर दिया गया था।
ये भी पढ़ें- Kuno National Park : कूनो में फिर गूंजी किलकारी… मादा चीता ज्वाला ने 3 शावकों को दिया जन्म
ये भी पढ़ें- जंगल में म्याऊं-म्याऊं… कूनो पालपुर में गूंजी चीता शावकों की किलकारी, आशा ने दिया तीन शावकों को जन्म