
मप्र में लगातार लोकायुक्त की धरपकड़ का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में शुक्रवार को लोकायुक्त उज्जैन की टीम ने शाजापुर में एक पटवारी को 3 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। पटवारी ने फरियादी से नामांतरण में हुई त्रुटि को सुधारने के लिए रिश्वत की मांग की थी।
पटवारी को रंगे हाथ पकड़ा
ये कार्रवाई लोकायुक्त डीएसपी राजकुमार सर्राफ और सुनिल तालान के नेतृत्व में की गई है। मामले में शाजापुर निवासी योगेश पुत्र महेश पाटीदार ने लोकायुक्त एसपी उज्जैन को शिकायत की थी। लोकायुक्त डीएसपी राजकुमार सर्राफ ने बताया कि पटवारी आत्माराम धानुक को 3 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। पटवारी का निजी कार्यालय पुलिस अधीक्षक बंगले के सामने है। जहां पर फरियादी योगेश ने पटवारी को केमिकल लगे नोट रिश्वत के रुप में दिए। वहीं मौके पर लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथ पकड़ लिया और पटवारी से 3 हजार रुपए बरामद कर उसके हाथ धुलवाए। लोकायुक्त पुलिस ने पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।
वर्ग फीट की जगह वर्ग मीटर किया
कार्रवाई के पहले लोकायुक्त टीम द्वारा फरियादी योगेश को रिकॉर्डर दिया गया था। जिसमें भी पटवारी द्वारा रिश्वत मांगने को लेकर बातचीत रिकॉर्ड किया। फरियादी योगेश ने बताया कि उसने 2 हजार स्क्वायर फीट का प्लाट महुपुरा हल्के में खरीदा था। इस प्लाट के नामांतरण के लिए तहसील कार्यालय में आवेदन लगाया। 8 मार्च को तहसीलदार शाजापुर ने इस प्लाट का नामांतरण फरियादी के नाम कर दिया था, लेकिन इसमें वर्ग फीट की जगह वर्ग मीटर दर्ज हो गया था।
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त्रुटि सुधरने के लिए मांगे 3 हजार
फरियादी ने इस त्रुटि को सुधारने के लिए फिर से तहसील कार्यालय में आवेदन किया। आवेदन के बाद त्रुटि में सुधार नहीं किया जा रहा था। फरियादी परेशान हो रहा था। जब पटवारी के पास पहुंचा तो पहले वह उसे टालता रहा। पटवारी धानुक ने फरियादी से कहा 3 हजार रुपए देने पर ही ये त्रुटि सुधरेगी। लोकायुक्त पुलिस ने पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। फरियादी ने लोकायुक्त पुलिस उज्जैन से संपर्क किया और टीम ने कलर के नोट फरियादी को दिए और पटवारी ने 3 हजार रुपए हाथ में लिए और रंगे हाथ टीम ने पकड़ लिया।