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एक और पति ने की आत्महत्या : मुंबई के एनिमेटर निशांत ने दी जान, पत्नी को ठहराया जिम्मदार; जेंडर न्यूट्रल कानून को लेकर बहस तेज

मुंबई के विले पार्ले इलाके में एक 41 वर्षीय एनिमेटर निशांत त्रिपाठी ने होटल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या करने से पहले उन्होंने अपनी कंपनी की वेबसाइट पर एक सुसाइड नोट पोस्ट किया, जिसमें अपनी पत्नी अपूर्वा पारीक और उसकी मौसी को खुदकुशी के लिए जिम्मेदार बताया। इस घटना के बाद पुलिस ने पत्नी और मौसी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इसके साथ ही, जेंडर न्यूट्रल कानून और पुरुषों के अधिकारों को लेकर बहस तेज हो गई है।

तीन दिन से होटल में ठहरे थे निशांत

पालघर निवासी निशांत त्रिपाठी 28 फरवरी को मुंबई के विले पार्ले स्थित एक होटल के कमरे में मृत पाए गए। जानकारी के मुताबिक, वह तीन दिन पहले इस होटल में ठहरे थे। आत्महत्या करने से पहले उन्होंने दरवाजे पर ‘डू नॉट डिस्टर्ब’ का साइन लगा दिया था, ताकि कोई उनकी गतिविधियों में बाधा न डाल सके। कई घंटों तक दरवाजा न खुलने पर होटल के स्टाफ ने मास्टर चाबी से दरवाजा खोला, तो उन्हें अंदर निशांत का शव फंदे से लटका हुआ मिला। इसके बाद होटल प्रशासन ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।

सुसाइड नोट में पत्नी से किया प्यार का इजहार

निशांत ने आत्महत्या से पहले एक मार्मिक सुसाइड नोट लिखा। उन्होंने अपने अंतिम शब्दों में पत्नी अपूर्वा पारीक को संबोधित करते हुए लिखा, “Hi babe, जब तक तुम ये पढ़ोगी, मैं जा चुका होऊंगा। मेरे आखिरी लम्हों में मैं तुमसे नफरत कर सकता था, लेकिन मैं ऐसा नहीं कर रहा हूं। इस पल के लिए मैं सिर्फ प्यार को चुनता हूं। मैंने तुमसे तब भी प्यार किया था, अब भी करता हूं और जैसा वादा किया था, मेरा प्यार कभी कम नहीं होगा।”

इसके अलावा, उन्होंने अपनी मां के लिए एक मार्मिक संदेश छोड़ा, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी और उसकी मौसी प्रार्थना को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने अपनी मां से अनुरोध किया कि अपूर्वा और उसकी मौसी को उनके पास न आने दिया जाए, क्योंकि वह पहले ही पूरी तरह टूट चुकी हैं।

पत्नी और मौसी के खिलाफ केस दर्ज

कानपुर की रहने वाली निशांत की मां ने मुंबई पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उनकी शिकायत के आधार पर पुलिस ने अपूर्वा पारीक और उसकी मौसी प्रार्थना के खिलाफ BNS धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाने) के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

पुरुषों के अधिकार और जेंडर न्यूट्रल कानूनों पर बहस तेज

इस घटना के बाद एक बार फिर पुरुषों के अधिकारों और जेंडर न्यूट्रल कानूनों को लेकर बहस छिड़ गई है। इससे पहले भी कई ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जहां पुरुषों ने घरेलू प्रताड़ना के कारण आत्महत्या कर ली। हाल ही में बेंगलुरु के टेक्निकल इंजीनियर अतुल सुभाष ने 24 पन्नों का सुसाइड नोट छोड़कर आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने अपनी पत्नी और ससुराल वालों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था। वहीं, दिल्ली में 40 वर्षीय बेकरी मालिक पुनीत खुराना ने तलाक की प्रक्रिया के दौरान आत्महत्या कर ली थी।

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