नरसिंहपुर। जिले के तेंदूखेड़ा में एक 11 साल के बच्चे की बलि देने की कोशिश की गई। ऐन वक्त पर ग्रामीण पहुंच गए, वरना नन्हे बच्चे की जान चली जाती। ग्रामीणों ने अपहरणकर्ताओं को दौड़ा दिया और कुछ दूर जाकर पकड़ लिया। गांव वालों का कहना है कि मौके पर बलि प्रथा से जुड़े साक्ष्य मिले हैं। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
दरअसल, तेंदूखेड़ा में 11 साल के बच्चे का अपहरण हो गया था। परिजन ने देर रात तक काफी तलाश की। इसके बाद तेंदूखेड़ा थाने में सूचना दी। पुलिस ने टीम बनाकर साइबर सेल की मदद ली और मोबाइल लोकेशन के आधार पर बदमाशों का पता लगाना शुरू कर दिया।
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गांव वालों को संदिग्ध अवस्था में दिखे थे अपहरणकर्ता
गांव वालों का कहना है कि उन्हें सिलवानी के पास छींद गांव में अपहरणकर्ता बच्चे को लेकर संदिग्ध अवस्था में दिखा। ग्रामीणों ने जब आरोपियों को पकड़ा तो वह बच्चे को छोड़कर भाग गए। इस बीच पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। बच्चे को कब्जे में ले लिया और दौड़ाकर आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
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घटना में अपहरण का उद्देश्य बच्चे की बलि दिए जाने से भी जोड़कर देखा जा रहा है, क्योंकि वहां इस तरह के साक्ष्य पुलिस को मिले हैं। गनीमत रही कि समय पर ग्रामीणों ने और पुलिस ने तत्परता दिखाई और बच्चे की जान बच गई। – श्रंगेश राजपूत, टीआई, तेंदूखेड़ा