सिंगरौली। जिले के बरगवां थाना क्षेत्र में गोदवाली स्थित केजीएफ ढाबे पर दो नाबालिग आदिवासी लड़कों के शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई है। दोनों मृतक लाल माटी गांव के निवासी बताए जा रहे हैं। घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बंद कमरे में मिले दोनों के शव
दरअसल, बरगवां थाना क्षेत्र के गोदवाली इलाके में स्थित केजीएफ ढाबे में मंगलवार को दो नाबालिग आदिवासी लड़कों के शव बंद कमरे में मिलने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। मृतकों की पहचान 16 वर्षीय मिथुन बैगा और 15 वर्षीय बबुंदर बैगा के रूप में हुई है। दोनों लड़के उसी ढाबे में काम करते थे।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह घटना बाल श्रम, अवैध गतिविधियों और सुरक्षा के मुद्दों को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है। ढाबा संचालक मान सिंह बैस और आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि सभी संभावित एंगल से मामले की जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच के बाद ही कोई खुलासा हो सकेगा।
ढाबा मालिक ने जताई हत्या का आशंका
इस मामले में ढाबा के मालिक ने हत्या की आशंका जताई है। दरअसल, कुछ दिन पहले ही बरगवां थाना क्षेत्र में कोयल कबाड़ की चोरी करने वाले कुछ लोगों से इन दोनों का झगड़ा हुआ था। उन्होंने जान से मारने की धमकी भी दी थी, जिसकी शिकायत बरगवां थाने में पहले ही दर्ज कराई गई है।
इससे पहले सेप्टिक टैंक में मिले थे 4 शव
यह घटना सिंगरौली जिले में बाल श्रम और सुरक्षा की लचर व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। सिंगरौली जिले में यह पहली घटना नहीं है, जब इस तरह के मामलों ने क्षेत्र को हिलाकर रख दिया है। हाल ही में बड़ोखर में हुई चार लोगों की निर्मम हत्या और शवों को सेप्टिक टैंक में डालने की घटना ने भी लोगों को झकझोर दिया था।
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