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भोपाल सेंट्रल जेल में चाइनीज ड्रोन मिलने का मामला, जिस ब्लॉक में ड्रोन मिला, वहां बंद हैं सिमी के 23 सहित 69 खूंखार आतंकी

भोपाल। सेंट्रल जेल, भोपाल के निर्माणाधीन बैरक के पास बुधवार दोपहर ड्रोन मिलने से हड़कंप मच गया। यह बैरक जेल के बी खंड में बन रही है। इसी के एक हिस्से में सिमी के 23 सहित 69 खूंखार आतंकियों को कड़े पहरे में रखा गया है। जेल प्रशासन से की सूचना पर पुलिस टीम ने जेल पहुंचकर ड्रोन को जब्त करने के साथ ही जांच शुरू कर दी है। वहीं जेल में चौकसी भी बढ़ा दी गई है।

गश्त कर रहे प्रहरी को मिला काले रंग का ड्रोन

जेल अधीक्षक राकेश भांगरे के अनुसार, दोपहर 3:45 बजे गश्त कर रहे प्रहरी सोनवार चौरसिया ने बी खंड में निर्माणाधीन बैरक के एक हिस्से में हनुमान मंदिर के पीछे काले रंग का ड्रोन पड़ा देखा। इसकी जानकारी डीजी जेल, डीजीपी सहित पुलिस कंट्रोल रूम और गांधी नगर पुलिस को दी गई। शुरुआती जांच में सामने आया है कि ड्रोन चाइना मेड है, जिसकी ऑनलाइन कीमत ढाई से तीन हजार रुपए तक है। इस ड्रोन को तकनीकी जांच के लिए भेज दिया गया है।

नहीं मिला मेमोरी कार्ड

जानकारी के अनुसार, पुलिस की शुरुआती तकनीकी जांच में करीब एक फीट व्यास वाले ड्रोन में किसी भी प्रकार का मेमोरी कार्ड नहीं मिला है। इससे किसी भी प्रकार की रिकॉर्डिंग नहीं मिल सकी है। वहीं ड्रोन के कैमरों की क्वॉलिटी भी ज्यादा हाई नहीं पाई गई है।

पुलिस द्वारा इन बिंदुओं पर भी की जा रही है जांच

जानकारी के अनुसार, सेंट्रल जेल में ड्रोन मिलने की घटना को जेल प्रशासन और पुलिस द्वारा गंभीरता से लिया गया है। कई पहलुओं पर इसकी जांच की जा रही है।

  • किसी साजिश के तहत ड्रोन उड़ाकर जेल सिक्योरिटी को चेक तो नहीं किया जा रहा था, ताकि किसी घटना को अंजाम दिया जा सके।
  • खंड बी के ही एक अन्य हिस्से में सिमी सहित अन्य संगठनों के बंद 69 आंतकियों से संपर्क साधने की कोशिश तो नहीं की जा रही थी।
  • ड्रोन उड़ाने वाले शौकिया बच्चे तो नहीं हैं, जिनका ड्रोन भटक कर या फिर बैटरी खत्म हो जाने पर वह जेल के अंदर पहुंचने के बाद गिर गया।
  • किसी यूट्यूबर ने शूट कर सोशल मीडिया पर अपलोड करने के मकसद से तो ड्रोन का इस्तेमाल नहीं किया, जो तकनीकी खराबी से गिर गया।

प्रहरी की हत्या कर फरार हो गए थे 8 सिमी आतंकी

जानकारी के अनुसार, सेंट्रल जेल, भोपाल के बी खंड में 69 आतंकी बंद हैं। इनमें 23 सिमी (स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया) के हैं। गौरतलब है कि करीब 8 साल पूर्व जेल के प्रधान प्रहरी आरके यादव का गला रेतकर 8 सिमी आतंकी जेल से फरार हो गए थे। हालांकि पुलिस ने इन सभी को मुठभेड़ में मार गिराया था। इनके अलावा पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के 21, हिज्ब उल तहरीर (एचयूटी) के 17, इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) के 4 और जेएमबी के 4 आतंकी यहां बंद हैं। इन आतंकियों को 24 घंटे में सुबह ढाई और शाम को एक घंटा यानि सिर्फ साढे़ तीन घंटे के लिए ही सेल से बाहर निकाला जाता है। इस दौरान ये प्रसाधन, स्नान, कपडे़ धोना आदि करते हैं। इस दौरान इन पर कड़ी निगरानी रखी जाती है, ताकि ये आपस में बात नहीं कर सकें।

जांच के लिए ड्रोन पुलिस को सौंपा, चौकसी के निर्देश

सेंट्रल जेल में मिला ड्रोन जांच के लिए पुलिस को सौंप दिया गया है। जहां ड्रोन मिला है, वह निर्माणाधीन बैरक का इलाका होने से जेल स्टाफ के अलावा अन्य किसी की आवाजाही नहीं होती है। स्टाफ को चौकसी बरतने के लिए निर्देशित किया गया है।

– संजय पांडे, महानिरीक्षक, जेल एवं सुधारात्मक सेवाएं

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