
नई दिल्ली। जब से इस साल के आखिर में भारत में होने वाले वनडे वर्ल्डकप के शेड्यूल का ऐलान हुआ है, तभी से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) अपनी टीम को भारत भेजने के नाम पर आना-कानी और बेतुकी बयानबाजी कर रहा है। हाल ही में पाकिस्तान के खेल मंत्री एहसान माजरी ने भारत को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर एशिया कप 2023 (31 अगस्त से 17 सितंबर) में खेलने के लिए भारत नहीं आता है, तो उनकी टीम भी वर्ल्डकप 2023 (5 अक्टूबर से 19 नवंबर) खेलने भारत नहीं जाएगी। बता दें कि पाकिस्तान के लिए अपनी टीम भारत भेजने से मना करना या वर्ल्डकप-2023 का बायकाट करना असंभव है। ऐसा करने पर पीसीबी कंगाल हो जाएगा।
ऐसे समझें क्या-क्या होगा पीसीबी को नुकसान
1. वर्ल्डकप का बायकाट करने पर पीसीबी को इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) से मिलने वाला फंड रुक जाएगा। पीसीबी की कुल कमाई का 50 फीसदी हिस्सा इसी फंड से आता है। आईसीसी डिस्ट्रीब्यूशन प्लान के अनुसार अगले 4 साल में पाकिस्तान बोर्ड को 283 करोड़ रुपए मिलने हैं। इतनी बड़ी रकम अटकने से पाक बोर्ड की हर एक्टिविटी थम जाएगी।
2. बायकॉट की स्थिति में पीसीबी क्रिकेट जगत से अलग- थलग हो जाएगा। क्योंकि वर्ल्ड कप, चैंपियंस ट्रॉफी और एशिया कप जैसे इवेंट ही पाकिस्तान को दुनिया की क्रिकेट कम्युनिटी से जोड़ते हैं। वर्ल्ड कप जैसे इवेंट के बायकॉट की स्थिति में पाकिस्तान आइसोलेशन में जा सकता है। बैन भी लग सकता है वर्ल्ड कप नहीं खेलने की स्थिति में आईसीसी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर बैन भी लगा सकता है।
3. वर्ल्ड कप छोड़ने की स्थिति में पाकिस्तान में 2025 में आयोजित होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी खटाई में पड़ जाएगी, क्योंकि उस स्थिति में भारत भी चैंपियंस ट्रॉफी खेलने पाकिस्तान नहीं जाएगा। भारत के बिना किसी भी आईसीसी इवेंट का सफल आयोजन संभव नहीं है क्योंकि आईसीसी इवेंट्स की 80 फीसदी कमाई भारतीय दर्शकों से होती है। ऐसे पाकिस्तान से चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी छीन सकती है।