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मारा गया हमास का प्रधानमंत्री… इजरायल ने गाजा में इस्साम दिब अब्दुल्ला अल-दालीस को किया ढेर, नेतन्याहू बोले- लड़ाई जारी रहेगी

तेल अवीव। इजरायल ने गाजा में एक और लक्षित हमले में हमास के शीर्ष नेता इस्साम दिब अब्दुल्ला अल-दालीस को मार गिराया है। वह गाजा में हमास की सरकार के प्रमुख थे और संगठन की सैन्य और राजनीतिक गतिविधियों में अहम भूमिका निभाते थे। इस हमले में हमास के तीन और वरिष्ठ कमांडर भी मारे गए हैं। इस घटना के बाद से गाजा और इजरायल के बीच तनाव और अधिक बढ़ गया है, और यह संघर्ष नया मोड़ ले सकता है।

इस्साम दिब अब्दुल्ला अल-दालीस का महत्वपूर्ण स्थान

इस्साम दिब अब्दुल्ला अल-दालीस, हमास के एक प्रभावशाली नेता थे, जिन्हें गाजा में हमास के “प्रधानमंत्री” के रूप में जाना जाता था। हालांकि, यह पद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त नहीं था, फिर भी उनकी भूमिका संगठन के सैन्य और राजनीतिक मोर्चे पर बेहद महत्वपूर्ण थी। वह हमास के विभिन्न सैन्य ऑपरेशनों और हमलों की रणनीति बनाने में सक्रिय थे। उनके नेतृत्व में हमास ने इजरायल के खिलाफ कई बड़े हमले किए थे। अल-दालीस की मौत को हमास के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि वह संगठन के मुख्य चेहरों में से एक थे।

इजरायल द्वारा किए गए हवाई हमले

इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने गाजा के दक्षिणी इलाके में एक लक्षित हवाई हमले में अल-दालीस और अन्य शीर्ष आतंकवादियों को मारा। यह हमला खुफिया जानकारी के आधार पर किया गया था, इसके बाद क्षेत्र में भारी धुंआ और मलबा देखा गया। इजरायल के अधिकारियों ने इस हमले में अल-दालीस के साथ-साथ महमूद मारजूक अहमद अबू-वत्फा, बहजत हसन मोहम्मद अबू-सल्तान, और अहमद ओमर अब्दुल्ला अल-हाता जैसे वरिष्ठ आतंकवादियों के मारे जाने की पुष्टि की है।

बेंजामिन नेतन्याहू का सख्त बयान

हमले के बाद, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हमास के हर नेता को यह समझ लेना चाहिए कि उसका अंत नजदीक है। हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे, जब तक हमास का खात्मा नहीं हो जाता।” नेतन्याहू ने यह भी कहा कि, इजरायल का मुख्य लक्ष्य हमास के आतंकवादियों को खत्म करना है न कि फिलिस्तीनी नागरिकों को।

इजरायल में विरोध प्रदर्शन

इजरायल में बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी शुरू हो गए हैं। 18 मार्च देर रात, करीब 40,000 लोग सड़कों पर उतर आए और उन्होंने इजरायल के खुफिया एजेंसी शिन बेट के प्रमुख रोनन बार को हटाए जाने के फैसले का विरोध किया। विरोध करने वालों का आरोप था कि, नेतन्याहू रोनन बार को इसलिए हटाना चाहते हैं ताकि हमास और कतर के साथ उनके सहयोगियों की गुप्त डील की जांच रुक सके।

हमास की प्रतिक्रिया 

हमले के बाद, हमास ने इसे “कायरतापूर्ण हमला” करार दिया और इजरायल पर आरोप लगाया कि वह हमास के नेताओं को मारकर उसे कमजोर करना चाहता है। हमास के प्रवक्ता ने कहा, “हर शहादत हमें और मजबूत बनाती है और हम इसका जवाब जरूर देंगे।” हमास ने इजरायल के खिलाफ हमले तेज करने की धमकी दी है, जिससे गाजा और इजरायल के बीच स्थिति और तनावपूर्ण हो सकती है।

क्षेत्रीय और वैश्विक प्रतिक्रिया

इजरायल द्वारा किए गए इस हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंता बढ़ गई है। इस हमले से गाजा में नागरिकों का संकट और भी बढ़ सकता है, क्योंकि नागरिक इलाकों में इजरायली हमले लगातार जारी हैं। वहीं ईरान और अन्य क्षेत्रीय ताकतों की ओर से भी प्रतिक्रिया सामने आ सकती है, क्योंकि वे हमास के समर्थक रहे हैं। इस घटना ने मध्य पूर्व के जटिल संघर्ष को और बढ़ा दिया है।

आगे क्या होगा?

इस्साम दिब अब्दुल्ला अल-दालीस की मौत ने एक नया मोड़ लिया है, लेकिन यह सवाल उठता है कि क्या हमास अब और अधिक आक्रामक हो जाएगा या इस हमले के बाद कमजोर पड़ेगा। इजरायल का रुख स्पष्ट है – वह हमास का पूरी तरह से खात्मा करने के लिए प्रतिबद्ध है। वहीं, हमास का दावा है कि वह अपनी योजनाओं से पीछे नहीं हटेगा।

इस बीच गाजा की आम जनता जंग की सबसे बड़ी कीमत चुका रही है, क्योंकि नागरिकों की मौत और बुनियादी सुविधाओं का संकट बढ़ता जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस संघर्ष को समाप्त करने के लिए समाधान तलाशने की कोशिश कर रहा है, लेकिन फिलहाल कोई ठोस पहल सामने नहीं आई है।

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