टीम इंडिया के सबसे बेस्ट ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने एक इंटरव्यू में करियर से जुड़ी कई बातों का जिक्र किया। अश्विन ने बातचीत के दौरान कहा, 2018 और 2020 के बीच कई बार मेरे मन में ख्याल आया है कि अब मुझे इस खेल को त्याग देना चाहिए। मुझे लगता था कि मैं अपनी तरफ से कोशिश तो भरपूर कर रहा हूं लेकिन इसका फल मुझे नहीं मिल रहा।
'I thought maybe I should try to find something else and be excellent at that'
R Ashwin on how injuries and "not feeling backed" made him consider retiring from the game ⤵️ #TalkingCricket
— ESPNcricinfo (@ESPNcricinfo) December 21, 2021
6 बॉल डालने में फूलने लगती थी सांस
अश्विन ने कहा, मैं छह गेंदें फेंकता था और फिर मैं हांफने लगता था। इसके बाद मेरा पूरा शरीर मानो दर्द से टूटने लगता था। जब घुटने का दर्द तेज होता, तो अगली गेंद पर मेरा जंप भी कम हो जाता था। जब मैं कम कूदता था, तो कंधों और पीठ के जरिए मुझे ज्यादा जोर लगाना होता था। और फिर ऐसा करने से मैं और भी तकलीफ में खुद को डाल देता था। यही वह समय था जब लगता था कि अब मुझे इस खेल से ब्रेक ले लेना चाहिए। उसी साल ऑस्ट्रेलिया में सिडनी टेस्ट से पहले और एडिलेड टेस्ट के बाद मेरे जेहन में संन्यास की बात आई। मैं जिस एकमात्र व्यक्ति से बात कर रहा था वह मेरी पत्नी थी।
हरभजन सिंह और वसीम अकरम का रिकॉर्ड तोड़ा
साल 2021 रविचंद्रन अश्विन के लिए काफी बेहतरीन गया, जहां उन्होंने सिर्फ 8 मैच में 52 विकेट लिए। इसी साल अश्विन ने टेस्ट विकेट लेने के मामले में हरभजन सिंह, वसीम अकरम का रिकॉर्ड भी तोड़ा। रविचंद्रन अश्विन अब टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीयों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। अश्विन के नाम 81 मैच में 427 विकेट हो गए हैं।
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