
नई दिल्ली। अडाणी समूह की कंपनी अडाणी पावर और डीबी पावर के बीच हुई अधिग्रहण की डील टूट गई है। कंपनी ने बताया कि डीबी पावर का यह अधिग्रहण 7017 करोड़ रुपए में होना था, जो कि समय पर पूरा नहीं हो पाया। इसका ऐलान अडाणी पावर ने डेडलाइन खत्म होने के बाद किया है। बता दें कि यह डील 15 जनवरी तक पूरी होनी थी।
अडाणी समूह ने एक्सचेंज फाइलिंग में दी जानकारी
अडाणी पावर और डीबी पावर के बीच 18 अगस्त 2022 को अधिग्रहण के लिए डील हुई थी। अब अडाणी समूह ने 15 फरवरी को अपनी एक्सचेंज फाइलिंग में जानकारी दी है कि उनके बीच हुआ समझौता अब एक्सपायर हो गया है। बता दें कि डीबी पावर के पास छत्तीसगढ़ के जंजगीर चांपा जिले में 1200 मेगावाट के थर्मल पावर प्लांट हैं। अडाणी पावर की योजना डीबी पावर को खरीदकर छत्तीसगढ़ में अपने कारोबार को विस्तार देने की थी।
7017 करोड़ की डील टूटी
अडाणी पावर ने डीबी पावर के अधिग्रहण के लिए 7017 करोड़ रुपए की डील की थी। बता दें कि पहले इस डील को पूरा करने की डेडलाइन पहले 31 अक्टूबर थी। इसे पहले नवंबर, फिर 31 दिसंबर और उसके बाद 15 जनवरी तक बढ़ाया गया पर आखिरकार यह डील पूरी नहीं हो पाई और इसे कैंसिल करना पड़ा।
नहीं कम हो रहीं अडाणी ग्रुप की मुश्किलें!
ऐसे समय में कंपनी ने फैसला लिया है जब अडाणी ग्रूप के शेयरों का 24 जनवरी से लेकर अब तक 10 लाख करोड़ का नुकसान हो चुका है। अडाणी के इस भारी नुकसान का कारण अमेरिका की शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट है। जिसमें अडाणी ग्रुप पर अकाउंटिंग, फ्रॉड और स्टॉक मैनीपुलेशन करने का आरोप लगाया था।
अडाणी पावर के शेयर्स की स्थिति
बता दें कि 15 फरवरी को अडाणी पावर के शेयरों में 5% का लोअर सर्किट लगा। वहीं, दूसरी ओर अडाणी पावर के दिसंबर 2022 तिमाही के नतीजे भी काफी निराशाजनक रहे। कंपनी का नेट प्रॉफिट 96% गिरकर 8.77 करोड़ रुपए रहा।