
मध्यप्रदेश के जबलपुर शहर के करोड़पति द बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया के चेयरमैन बिशप पीसी सिंह को जर्मनी से लौटते ही EOW की टीम ने दबिश देकर नागपुर एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल, EOW की टीम बिशप से पूछताछ कर रही है। बता दें कि बिशप पर करोड़ों रुपए की आर्थिक अनियमितताओं के आरोप हैं।
चेयरमैन पद का दुरुपयोग करने का आरोप
ईओडब्ल्यू के पुलिस अधीक्षक देवेंद्र प्रताप सिंह राजपूत ने बताया कि ईओडब्ल्यू को शिकायत मिली थी, जिसमें बिशप पीसी से चेयरमैन द बोर्ड ऑफ एजुकेशन चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया जबलपुर डायोसिस द्वारा दस्तावेजों के आधार पर मूल सोसाइटी का नाम परिवर्तन कर उसका चेयरमैन बनकर पद का दुरुपयोग करते हुए सोसाइटी की विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं में प्राप्त होने वाली स्टूडेंट्स की फीस की राशि का उपयोग धार्मिक संस्थाओं को चलाने एवं स्वयं के उपयोग में लाकर गबन किया गया है। जिसके बाद शिकायत की जांच उप पुलिस अधीक्षक ईओडब्ल्यू मंजीत सिंह से करवाई गई।
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जांच में हुआ गबन का खुलासा
ईओडब्ल्यू द्वारा की गई जांच में सामने आया है कि बिशप पीसी सिंह ने शैक्षणिक संस्थाओं से वर्ष 2004-05 से वर्ष 2011-12 के बीच करीब 2 करोड़ 70 लाख रुपए की राशि धार्मिक संस्थाओं को ट्रांसफर कर इसका दुरुपयोग किया है। इसके साथ ही स्वयं के उपयोग में लेकर गबन करने के आरोप प्रथम दृष्टया प्रमाणित पाए गए। जांच में सामने आए साक्ष्यों के आधार पर आरोपी बिशप पीसी सिंह एवं तत्कालीन असिस्टेंट रजिस्ट्रार फर्म्स एण्ड संस्थाएं बीएस सोलंकी के खिलाफ धारा 406, 420, 468, 471, 120बी भादंवि का मामला दर्ज कर जांच में लिया गया।
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CM शिवराज ने त्रिस्तरीय जांच के निर्देश दिए थे
इस मामले में सीएम शिवराज सिंह ने त्रिस्तरीय जांच किए जाने के निर्देश दिए थे। मामले की जांच धर्मांतरण के एंगल से भी की जा रही है। इसके अलावा ट्रस्ट को लीज पर दी गई जमीनों के व्यवसायिक उपयोग, लीज नवीनीकरण में स्टांप ड्यूटी में टैक्स चोरी और धांधली किए जाने की भी जांच की जा रही है। सीएम शिवराज ने छापे के बाद EOW सहित गृह और पुलिस विभाग के अधिकारियों को सीएम हाउस तलब किया।