चित्रकूट। अगर आपको सनातन से जुड़े हुए विषयों के बारे में आसानी से जानना हो और आपको यह भी जानना हो कि हिंदू मंदिर कितने हैं, देवी-देवताओं के स्थान कहां-कहां हैं और शक्तिपीठ कितने हैं और साथ ही धर्मगुरूओं की कथाएं देश में कहां कहां चल रही हैं, तो इसे अब जानने के साथ ही आप इसका लाइव प्रसारण भी देख सकते हैं। इसके लिए ‘पूजापाठ वैदिक’ नामक वेबसाइट लॉन्च की गई है, जो विश्व की पहली पूर्णतः वैदिक और आध्यात्मिक वेबसाइट है।
यह वेबसाइट लोगों को घर बैठे विभिन्न तीर्थ स्थलों के दर्शन, पूजा-अर्चना, अनुष्ठान और धार्मिक परामर्श प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करती है।
घर बैठे होंगे तीर्थस्थलों के दर्शन
पूजापाठ वैदिक के माध्यम से अब भक्त विश्व के किसी भी कोने से रामघाट की आरती, महाकाल की भस्मारती, शक्तिपीठों और ज्योतिर्लिंगों के दर्शन कर सकते हैं। इसके अलावा, महा मृत्युंजय जाप जैसे महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठानों का लाभ भी ऑनलाइन लिया जा सकता है। इस डिजिटल पहल से भक्तों को भौतिक रूप से यात्रा करने की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे लाखों रुपए की बचत हो सकती है।
लाइव कथा और संवाद की होगी सुविधा
यह वेबसाइट श्रद्धालुओं को जगद्गुरु धर्मचक्रवर्ती तुलसीपीठाधीश्वर रामभद्राचार्य और बागेश्वर धाम सरकार की लाइव कथा देखने और उसमें शामिल होने की सुविधा प्रदान करती है। भक्त इस वेबसाइट के माध्यम से लाइव ऑडियो बातचीत के जरिए कथा वाचकों से संवाद भी कर सकते हैं, जिससे वे अपनी आध्यात्मिक जिज्ञासाओं का समाधान प्राप्त कर सकते हैं।
वास्तु और ज्योतिषीय परामर्श भी होगा उपलब्ध
पूजापाठ वैदिक केवल धार्मिक अनुष्ठानों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भक्तों को विश्व स्तरीय वास्तु विशेषज्ञों, कुंडली विशेषज्ञों और वैदिक ब्राह्मणों से जुड़ने का अवसर भी प्रदान करता है। यहां पितृ तर्पण, कालसर्प दोष निवारण जैसी महत्वपूर्ण वैदिक क्रियाएं ऑनलाइन संपन्न कराई जा सकती हैं।
भाषा अनुवाद की विशेष सुविधा
इस वेबसाइट में एक उन्नत ट्रांसलेटर भी उपलब्ध है, जो यूजर्स की भाषा को किसी भी अन्य भाषा में अनुवाद करके प्रस्तुत कर सकता है। इससे विश्वभर के सनातन को मानने वाले अपनी सुविधानुसार पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठान का लाभ उठा सकते हैं।
पूजापाठ वैदिक से न केवल धार्मिक गतिविधियों को डिजिटल बनाएगी, बल्कि यह पूर्वजों की जानकारी प्राप्त करने और पीढ़ियों के इतिहास को समझने का भी एक अद्भुत मंच प्रदान करेगा। भक्त इस वेबसाइट के विजुअल माध्यम से अपने पितरों का श्राद्ध और तर्पण करवा सकते हैं।
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