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संघ सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले का बड़ा बयान, कहा- गौ मांस खाने वाले हिंदू धर्म में कर सकते हैं वापसी

जयपुर। राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ (RSS) के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होस्बोले का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग ऐसे हैं, जिन्होंने मजबूरी में गौ मांस खाया होगा। लेकिन, उनके लिए हम दरवाजा बंद नहीं कर सकते हैं। ऐसे लोगों की हम धर्म वापसी करा सकते हैं। दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि भारत हिंदू राष्ट्र हैं, क्यों कि इसे जिन लोगों ने बनाया, वह हिंदू थे। उन्होंने कहा कि सच और काम की बातों को स्वीकार करना चाहिए।

डॉ. हेडगेवार इस व्याख्या में नहीं पड़े कि हिंदू कौन हैं। भारत भूमि को पितृ भूमि मानने वाले हिंदू हैं, जिनके पूर्वज हिंदू हैं, वह लोग हिंदू हैं। जो स्वयं को हिंदू माने, वो हिंदू है। जिन्हें हम हिंदू कहते हैं, वो हिंदू हैं।

सभी का DNA एक : दत्तात्रेय होस्बोले

जयपुर में बिड़ला ऑडिटोरियम के दीनदयाल स्मृति व्याख्यान में दत्तात्रेय होस्बोले ने कहा कि भारत में रहने वाले सभी हिंदू हैं, क्योंकि उनके पूर्वज हिंदू थे। उनकी पूजन पद्धति अलग हो सकती है, लेकिन उन सभी का DNA एक है। इस दौरान राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया समेत बड़ी संख्या में बीजेपी और आरएसएस के कार्यकर्ता मौजूद रहे।

मजबूरी में गौ मांस खाने वालों के लिए दरवाजे खुले

संघ सरकार्यवाह दत्तात्रेय होस्बोले ने कहा कि भारत में 600 से अधिक जनजातियां कहती थीं कि हम अलग हैं। हम हिंदू नहीं हैं। भारत विरोधी ताकतों ने उन्हें उकसाने का काम किया था। होसबोले ने बताया कि इस पर गोलवलकर जी ने कहा कि वह हिंदू हैं। उनके लिए दरवाजे बंद नहीं हैं, क्योंकि हम वसुधैव कुटुम्बकम् की अवधारणा पर काम करते हैं। उन्होंने कहा कि किसी ने मजबूरी में गौ मांस ही क्यों ना खाया हो लेकिन किसी कारण से वो गए तो दरवाजा बंद नहीं कर सकते हैं और आज भी उनकी घर वापसी हो सकती है।

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