
पन्ना। डायमंड सिटी के नाम से प्रसिद्ध मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में एक किसान किस्मत उस समय चमक गई, जब उसके हाथ एक बेशकीमती हीरा लगा। मंगलवार को ग्राम जरुआपुर के किसान दिलीप मिस्त्री को 16.10 कैरेट वजन वाला जेम क्वालिटी का बेशकीमती हीरा मिला है। बीते दो सप्ताह में पन्ना की उथली खदान से मिला यह दूसरा बड़ा हीरा है।
कृषि भूमि में बनवाया था हीरा खदान का पट्टा
हीरा कार्यालय पन्ना के हीरा पारखी अनुपम सिंह ने बताया कि किसान दिलीप मिस्त्री ने विगत 5 माह पूर्व फरवरी में अपनी निजी कृषि भूमि में हीरा खदान का पट्टा बनवाया था। उसकी इसी खदान से यह बेशकीमती हीरा निकला है, जो उज्जवल किस्म (जेम क्वालिटी) का है। इस क्वालिटी का हीरा सबसे अच्छा माना जाता है।
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जेम क्वालिटी का है हीरा
हीरा धारक किसान दिलीप मिस्त्री ने मंगलवार को जिला मुख्यालय में संयुक्त कलेक्ट्रेट स्थित हीरा कार्यालय में इस हीरा को जमा करा दिया है। आगामी होने वाली नीलामी में 16.10 कैरेट वजन वाले जेम क्वालिटी के इस हीरे को बिक्री के लिए रखा जाएगा। जेम क्वालिटी वाले इस हीरे की अनुमानित कीमत 75 लाख रुपए से भी अधिक बताई जा रही है।
इससे पहले मिला था एक करोड़ का हीरा
दो सप्ताह पहले ही राजू गौंड नाम के मजदूर के हाथ एक करोड़ का बेशकीमती हीरा लगा था। पन्ना के ग्राम अहिरगुंवा के इस गरीब आदिवासी परिवार को उथली हीरा खदान में 19.22 कैरेट का हीरा मिला। हीरा राजू ने पन्ना के हीरा कार्यालय में जमा करा दिया यहा। यह इस साल जिले की हीरा खदानों से मिला अब तक का सबसे बड़ा हीरा है, जो आगामी नीलामी में आकर्षण का केंद्र रहेगा। इस दौरान राजू गोंड ने बताया है कि हीरे की नीलामी से मिलने वाले पैसों से वह अपने बच्चों को पढ़ाएगा। इसके अलावा परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए वह जमीन खरीदकर खेती करेगा।
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