
धार। मध्य प्रदेश के धार जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ लोकायुक्त पुलिस की बड़ी कार्रवाई सामने आई है। मनावर के पास सिंघाना गांव में बिजली चोरी के एक मामले में राहत दिलाने के एवज में रिश्वत मांगने वाले JE सहित तीन कर्मचारियों को सोमवार को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया।
लोकायुक्त की टीम ने जूनियर इंजीनियर अनिल वास्केल, मीटर रीडर वासुदेव पाटीदार और आउटसोर्स कंप्यूटर ऑपरेटर गणेश इस्के को मिलकर 30 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए धर दबोचा।
60 हजार का बना चालान
दरअसल, ये मामला धार के मनावर क्षेत्र के सिंघाना गांव का है। 18 मई को देवगढ़ निवासी अनिल पाटीदार के घर बिजली चली गई थी। जब कोई मदद नहीं मिली, तो उन्होंने जुगाड़ से पास की केबल से कनेक्शन जोड़कर बिजली चालू कर ली। 19 मई को बिजली कंपनी के JE अनिल वास्केल अपनी टीम के साथ पहुंचे और 60 हजार रुपए का बिजली चोरी का चालान बना दिया।
चालान कम कराने के लिए मांगी गई रिश्वत
21 मई को अनिल पाटीदार मीटर रीडर वासुदेव पाटीदार से मिला और चालान की राशि कम करवाने की बात कही। मीटर रीडर ने बताया कि चालान कम करवाने के लिए JE अनिल वास्केल 40 हजार रुपए रिश्वत की मांग कर रहे हैं। परेशान होकर अनिल पाटीदार ने लोकायुक्त पुलिस, इंदौर में शिकायत कर दी। जांच में मामला सही पाया गया, जिसके बाद SP राजेश सहाय के निर्देशन में ट्रैप दल का गठन किया गया।
रंगे हाथ पकड़े गए तीनों आरोपी
लोकायुक्त की टीम ने योजना के तहत आरोपी कर्मचारियों को रिश्वत लेते समय कार्यालय में ही रंगे हाथ पकड़ लिया। रिश्वत की राशि 30 हजार रुपए थी, जिसे JE अनिल वास्केल ले रहे थे। तीनों आरोपी कर्मचारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 और BNS 61(2) के तहत केस दर्ज किया गया है।