नई दिल्ली। देश के चार राज्यों पश्चिम बंगाल, असम, मिजोरम और मणिपुर में रविवार को अचानक आए चक्रवाती तूफान और बारिश से काफी तबाही मची। पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में पांच लोगों की मौत हो गई वहीं, करीब 500 लोग घायल बताए जा रहे हैं। इसे लेकर पीएम मोदी ने दुख जताया है। इस बीच पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस जलपाईगुड़ी जाएंगे।
पश्चिम बंगाल में 5 लोगों की मौत
पश्चिम बंगाल शहर के अधिकांश हिस्सों और पड़ोसी मैना गुड़ी के कई इलाकों में ओलावृष्टि के साथ तेज हवाएं चली है। इससे कई झोपड़ियां और मकान क्षतिग्रस्त हो गए, पेड़ उखड़ गए। तूफान की वजह से राजारहाट, वार्निश, बकाली, जोरपाकड़ी, माधबडांगा और सप्तीबारी सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं एवं कई एकड़ क्षेत्र में लगी फसलों को नुकसान हुआ है। इस तूफान से अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि करीब 500 लोग घायल बताए जा रहे हैं।
पूर्वोत्तर के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’
भारत मौसम विज्ञान विभाग यानी की आईएमडी ने अगले पांच दिनों के लिए पूर्वोत्तर के कई राज्यों में “भारी से बहुत भारी” बारिश होने का अनुमान जताते हुए रविवार को ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया। एक विशेष बुलेटिन में असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश के लिए रविवार को ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया। इन राज्यों में बिजली गरजने, भारी बारिश होने के साथ 30-40 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का अनुमान है।
असम में एयरपोर्ट की छत गिरी
असम के गुवाहाटी में गोपीनाथ बोरदोलोई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर तेज बारिश से काफी नुकसान हुआ है। यहां एयरपोर्ट की छत का एक हिस्सा गिर गया। छत के आउटलेट में भारी मात्रा में पानी भर गया और टर्मिनल भवन के अंदर भी पानी भर गया। टर्मिनल बिल्डिंग के बाहर पानी और हवा के दबाव के कारण छत का एक छोटा हिस्सा गिर गया।
जिससे फ्लाइट की आवाजाही को कुछ समय के लिए रोक दिया गया। राहत की बात यह रही कि इसमें किसी को चोट नहीं आई। इसी के साथ छह फ्लाइट्स को डायवर्ट करना पड़ा। इंडिगो, एअर इंडिया और एअर इंडिया एक्सप्रेस विमानों को अगरतला और कोलकाता की ओर मोड़ दिया गया है।
मिजोरम का जायजा
मिजोरम के चम्फाई जिले के लुंगटन गांव में एक चर्च की इमारत ढह गई। इसमें किसी के हताहत होने की जानकारी अभी सामने नहीं आई है। वहीं आइजोल जिले के सियसुक में एक और चर्च की इमारत को नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा कुछ घर भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।
मणिपुर का मौसम
मणिपुर के थौबल और खोंगजोम इलाके में भी कई पेड़ उखड़ गए और घरों की टीन की छतें उड़ गईं।
मेघालय में 200 लोगों को सुरक्षित स्थान पहुंचाया
मेघालय में तूफान से कई घर क्षतिग्रस्त हो गए। यहां तूफान के कहर से बचने के लिए 200 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। वहीं, राजधानी शिलांग में भारी बारिश के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा है।
My thoughts are with those affected by the storms in Jalpaiguri-Mainaguri areas of West Bengal. Condolences to those who have lost their loved ones.
Spoke to officials and asked them to ensure proper assistance to those impacted by the heavy rains.
I would also urge all…
— Narendra Modi (@narendramodi) March 31, 2024
PM मोदी ने जताया दुख
पीएम मोदी ने रविवार रात सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर तूफान की वजह से अपनी जान गवा बैठे लोगों को लेकर दुख जताया। पीएम ने लिखा, मेरी संवेदनाएं पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी- मैना गुड़ी इलाकों में तूफान से प्रभावित लोगों के साथ हैं। उन लोगों के प्रति संवेदना है, जिन्होंने अपने चाहने वालों को खो दिया है। मैंने अधिकारियों से बात की और उनसे भारी बारिश से प्रभावित लोगों की सहायता करने को कहा है।
जलपाईगुड़ी जाएंगे राज्यपाल सीवी आनंद
राज्यपाल सीवी आनंद बोस इलाके का जायजा लेने के लिए जलपाईगुड़ी जाएंगे। इस तूफान के बारे में बात करते हुए राज्यपाल बोले, ‘सभी एजेंसियां एक साथ काम कर रही हैं और जैसा कि हम जानते हैं कि मुख्यमंत्री भी उनके पास पहुंच गई हैं। मैं वहां जाउंगा और क्षेत्र का दौरा करूंगा। हम उन्हें राहत दिलाएंगे। यह एक बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है।
सीएम ममता देर रात पहुंची जलपाईगुड़ी
राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना पर दुख जताया। सीएम रविवार रात ही जलपाईगुड़ी पहुंचीं और इलाके का जायजा लिया। इसके साथ ही घायलों से मिलने अस्पताल पहुंचीं। बनर्जी ने कहा कि नागरिक प्रशासन, पुलिस और आपदा प्रबंधन के कर्मियों को राहत कार्य के लिए तैनात किया गया है।
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