इंदौरमध्य प्रदेश

CM शिवराज का एलान: पातालपानी रेलवे स्टेशन, इंदौर के नए बस स्टैंड व भंवरकुआं चौराहे का नाम टंट्या मामा के नाम पर होगा

शिवराज सरकार का जनजातीय प्रेम लगातार बढ़ता जा रहा है। सीएम शिवराज ने बिरसा मुंडा जयंती पर हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम रानी कमलापति करने के बाद अब पातालपानी का नाम टंट्या भील करने की घोषणा की है। दरअसल, बड़ौदा अहीर में गौरव यात्रा का शुभारंभ करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इसका प्रस्ताव रेल मंत्रालय को भेजा गया है। मुख्यमंत्री ने इंदौर में एक चौराहे को टंट्या चौराहा तो आईएसबीटी का नाम भी उनके नाम पर करने की घोषणा की।

ग्रामीणओं को गौरव यात्रा में टंट्या भील का परिचय देंगे

मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि टंट्या मामा भील की गौरव यात्रा चार दिसंबर को पातालपानी पहुंचेगी। इस बीच यह गांव-गांव में जाएगी और वहां टंट्या मामा भील के बारे में ग्रामीणओं को बताएगी। सीएम आगे कहा कि टंट्या भील ने परतंत्रता की बेड़ियों के खिलाफ आवाज उठाई थी और उन्हें षड़यंत्रपूर्वक राखी बांधकर एक मुंहबोली बहन ने अंग्रेजों को पकड़वाया था। उन्हें जबलपुर में फांसी दी गई। उनके बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता।

टंट्या मामा के वंशजों का होगा स्वागत: सीएम

गौरव यात्रा के शुभारंभ कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा पहुंचे थे। इस दौरान जब उनका स्वागत किया जाने लगा तो उन्होंने मंच पर माइक संभालते हुए कहा कि आज नेताओं का स्वागत नहीं होगा, बल्कि टंट्या मामा के वंशजों का होगा। इसके बाद अपने उदबोधन में मुख्यमंत्री चौहान ने कांग्रेस पर निशाना साधा।

जनजातीय समाज के बलिदान को पढ़ाया जाएगा

सभा को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा एक ही खानदान के नाम को रोशन किया। आदिवासी यूनिवर्सिटी बनाई भी तो उसका नाम जनजातीय वर्ग के महान नेता के नाम पर नहीं बल्कि इंदिरा गांधी का नाम दिया। सीएम ने कहा कि कांग्रेस ने इतिहास में कभी बिरसा मुंडा, टंट्या मामा भील जैसे जनजातीय समाज के किसी भी व्यक्ति के बारे में नहीं पढ़ाया गया। इस ऐतिहासिक गलती को भाजपा सुधारेगी और परतंत्रता के समय जनजातीय समाज के जिन लोगों ने बलिदान दिया उसे भी पढ़ाया जाएगा।

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