
प्रभा उपाध्याय-इंदौर। इंदौर में हाल ही में एक ऐसी शादी हुई, जिसने सामाजिक सेवा का अनूठा उदाहरण पेश किया…और यह मिसाल पेश की है इंदौर के मशहूर हार्ट स्पेशलिस्ट डॉ. भरत रावत ने। डॉ.रावत ने अपनी बेटी की शादी में मेहमानों से अजीब डिमांड की। उन्होंने मेहमानों से गिफ्ट और नगद राशि देने की बजाए घर के पुराने कपड़े और घर में इस्तेमाल नहीं होने वाले सामान लाने को कहा।
6 से अधिक बेटियों की शादी करवा चुके हैं
बीवाइज की डॉ. सृष्टि सराफ सिसोदिया ने बताया कि उनकी संस्था पिछले 8 सालों से वेस्ट मटेरियल एकत्रित कर गरीबों की मदद कर रही है। अब तक वह ऐसी ही 6 से अधिक बेटियों की शादी करवा चुके हैं। अब द्वारकापुरी में रहने वाली जरूरतमंद युवती की शादी 17 जनवरी को है।
बैग्स काउंटर पर जमा कराते गए मेहमान
डॉ. रावत ने बताया कि वेस्ट मटेरियल को उन्होंने एकत्र कर एनजीओ बीवाइज को दिया। शादी में प्रवेश से पहले मेहमान बैग्स को एक काउंटर पर जमा कराते गए। उन्होंने कहा कि यह विचार मेरे दोस्त ने दिया था। उसके बाद हमने बच्चों से बात की उन्हें भी यह बात अच्छी लगी। हमारी यह साधारण शादी लोगों को खूब पसंद आई। शादी में जो भी नकद राशि और गिफ्ट मिले थे वह सब हमने एनजीओ को दे दिए हैं।
डॉ. रावत की बेटी की शादी में जो गिफ्ट आए थे उसमें से जो सामान नया था वह सलोनी को दिया है। नकद राशि मिली थी उससे सिलाई मशीन दी गई है। राशन के अलावा कई गेजेस्ट भी दिए गए हैं। -डॉ. सृष्टि सराफ सिसोदिया, अध्यक्ष, बीवाइस सोशल वेलफेयर सोसाइटी
मेरी शादी 17 जनवरी को है, मेरे परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, पिता कारपेंटर हैं। एनजीओ ने मुझे शादी के लिए काफी कुछ सामान दिया है। -दीपिका (परिवर्तित नाम), इंदौर