
इंडियाज गॉट टैलेंट (India’s Got Talent) में फर्स्ट रनर अप रहीं शहर की बेटी इशिता विश्वकर्मा (Ishita Vishwakarma) का पीपुल्स समाचार के जबलपुर ऑफिस में सम्मान किया गया। शुक्रवार को सिविक सेंटर स्थित पीपुल्स समाचार के कार्यालय में आयोजित इस सम्मान समारोह में जबलपुर की पूर्व महापौर स्वाति सदानंद गोडबोले, जिला कांग्रेस अध्यक्ष जगतबहादुर सिंह अन्नु, पूर्व एमआईसी सदस्य कमलेश अग्रवाल, वरिष्ठ व्यवसाई अनिल जायसवाल व स्थानीय संपादक मयंक तिवारी समेत पत्रकार साथी उपस्थित रहे।
पिता के देहांत के बाद मन में आई ये बात
इशिता ने पीपुल्स अपडेट (peoples update) से बातचीत में कहा कि मैंने कभी उस मंच पर अकेले परफॉर्म नहीं किया, मेरे साथ हमेशा लोगों का प्यार था। जिस दिन मैंने ऑडिशन दिया उस दिन मेरे पापा को गुजरे हुए 15 दिन ही हुए थे। मैंने पिताजी को मुखाग्नि दी थी इसलिए 13 दिन निकलना नहीं होता है तो 14वें दिन हमने टिकट कराई और मैं ऑडिशन देने पहुंची। निश्चित तौर पर जब किसी पर ऐसा संकट आता है, तो वह बहुत ही पीड़ादायक होता है। परंतु मैंने खुद को समझाया कि मेरे पिता ने इतना संघर्ष किया उनका भी ये सपना था और अब वे नहीं हैं, ऐसे में मैंने इस दुख की वजह से खुद को रोका तो वो सपने मिट्टी में मिल जाएंगे। इस दुख में मेरी मां ने मेरा साथ दिया और मैंने खुद को संभालते हुए परफॉर्मेंस दी।

परफॉर्मेंस के दौरान इस वजह से पहना पिता का कोट
इशिता ने परफॉर्मेंस के दौरान अपने दिवंगत पिता का कोट पहना था, इस सवाल पर उन्होंने बताया कि वे कैसे अपने पिता को करीब महसूस करना चाहती थीं। उन्होंने कहा, पहले ऐसा कभी नहीं हुआ था कि वो मेरी परफॉर्मेंस के दौरान सामने न हों पर उस दिन उनकी कमी मुझे बहुत ज्यादा खल रही थी। इसलिए मैंने उनकी जैकेट पहनकर उन्हें साथ महसूस करना चाहा। इसके लिए मुझे चैनल की ओर से तुरंत परमिशन भी मिल गई थी, जिससे पूरे सीजन में उस जैकेट को पहन सकी।
कंगना रनौत की फिल्म में मिला मौका
इशिता विश्वकर्मा (Ishita Vishwakarma) ने बताया कि उन्हें फिल्म ‘सीता’ के लिए प्लेबैक करने का मौका मिला है, जो कंगना रनौत द्वारा अभिनीत फिल्म होगी और इसके डायरेक्टर अलौकिक देसाई हैं। उन्होंने कहा, ये मेरा सौभाग्य है और मां नर्मदा का आशीर्वाद है कि मुझे इस फिल्म में प्लेबैक सिंगिंग का मौका मिला है। मेरा ये सबसे पहला ब्रेक है इसलिए मैं ईश्वर का, मेरे चाहने वालों और मेरे परिवार का जितना धन्यवाद दूं उतना कम है।

जिंदगी ईसीजी मशीन की तरह है
शहर के युवाओं को लेकर इशिता ने कहा कि जिंदगी ईसीजी मशीन की तरह होती है। इसमें उतार चढ़ाव होते रहते हैं, ये जीवन का हिस्सा है और अगर इसमें उतार चढ़ाव नहीं होंगी या ये लाइन सीधी हो जाएगी तो समझ लें कि वह जीवन समाप्त है। इसलिए इन उतार चढ़ाव से डरें नहीं और हर परिस्थिति के हिसाब से खुद को तैयार करें।
जनप्रतिनिधियों ने बताया ‘प्रेरणा’
सम्मान समारोह में उपस्थित जबलपुर के जनप्रतिनिधियों ने इशिता को यंगस्टर्स के लिए प्रेरणा स्त्रोत बताया।
इंडियाज गॉट टैलेंट जैसे देश के इतने बड़े प्लेटफॉर्म में जाकर इशिता ने अपनी आवाज से सबको सम्मोहित किया है। इशिता की जितनी आकर्षक आवाज है, वे उतनी ही सादगी के साथ जीवन जीती हैं और आज के युवा को यह सीख लेनी चाहिए। साथ ही हार हो या जीत इशिता की तरह संयम के साथ उसे अपनाना चाहिए। – पूर्व महापौर स्वाति सदानंद गोडबोले
संस्कारधानी की बेटी जिसने अपने पिता के अंतिम संस्कार के बाद खुद को संभालते हुए ऑडिशन दिया और आज शहर का नाम पूरे देश में रौशन कर रहीं हैं। ये गौरव की बात है कि बड़े-बड़े चैनल्स, म्यूजिक डायरेक्टर उन्हें छोटी लता के नाम से पुकार रहे हैं। – कांग्रेस नेता जगतबहादुर सिंह अन्नू
संस्कारधानी जबलपुर कला प्रेमियों का शहर है, शहर ने आदेश श्रीवास्तव जैसे कलाकार देश को दिए हैं और अब इशिता को छोटी लता के नाम से नवाजा जा रहा है ये गौरव की बात है। – भाजपा नेता कमलेश अग्रवाल
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