इंदौरमध्य प्रदेश

इंदौर में महसूस हुए भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर 2.9 रही तीव्रता

मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में शनिवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। भोपाल के मौसम केंद्र ने इसकी जानकारी दी है। मौसम विभाग के अनुसार, शहर में सुबह साढ़े छह बजे भूकंप आया था, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.9 मापी गई थी। बता दें कि इसका हाइपोसेंटर 10 किमी गहराई पर दर्ज किया गया।

कहां था भूकंप का केंद्र ?

मौसम विभाग के अनुसार, भूकंप का केंद्र राजेंद्र नगर और महू क्षेत्र में था। इस मामले में कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि जानकारी मिलने के बाद हमने अधिकारियों की टीम को ताजा हालातों के बारे में पता करने के लिए भेज दिया है।

आखिर क्यों आते हैं भूकंप?

भूकंप आने के पीछे की वजह पृथ्वी के भीतर मौजूद प्लेटों का आपस में टकराना है। हमारी पृथ्वी के अंदर सात प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती हैं। जब ये आपस में टकराती हैं, तब फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है। जिसकी वजह से सतह के कोने मुड़ जाते हैं और वहां दबाव बनने लगता है। ऐसी स्थिति में प्लेट के टूटने के बाद ऊर्जा पैदा होती है, जो बाहर निकलने के लिए रास्ता ढूंढती है। जिसकी वजह से धरती हिलने लगती है।

ये भी पढ़ें- चिली में महसूस हुए भूकंप के तेज झटके, रिक्टर स्केल पर 6.2 रही तीव्रता

कैसे मापते हैं भूकंप की तीव्रता

रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता मापी जाती है। भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है। भूकंप को इसके केंद्र (एपीसेंटर) से मापा जाता है। भूकंप को लेकर चार अलग-अलग जोन में बांटा गया है। मैक्रो सेस्मिक जोनिंग मैपिंग के अनुसार इसमें जोन-5 से जोन-2 तक शामिल है। जोन 5 को सबसे ज्यादा संवेदनशील माना गया है और इसी तरह जोन दो सबसे कम संवेदनशील माना जाता है।

ये भी पढ़ें- Earthquake: फिलीपींस में भूकंप के तेज झटकों से हिली धरती, 7.0 रही तीव्रता; अफगानिस्तान में भी लगे झटके

किस तीव्रता का भूकंप कितना खतरनाक है

• 0 से 1.9 तीव्रता का भूकंप काफी कमजोर होता है। सीज्मोग्राफ से ही इसका पता चलता है।
• वहीं 2 से 2.9 तीव्रता का भूकंप रिक्टर स्केल पर हल्का कंपन करता है।
• 3 से 3.9 तीव्रता का भूकंप आने पर ऐसा लगता है जैसे कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर गया हो।
• 4 से 4.9 तीव्रता का भूकंप आने पर खिड़कियां टूट सकती हैं। साथ ही दीवारों पर टंगे फ्रेम गिर सकते हैं।
• 5 से 5.9 तीव्रता का भूकंप आने पर घर का फर्नीचर हिल सकता है।
• 6 से 6.9 तीव्रता का भूकंप आने पर इमारतों की नींव दरक सकती है।
• 7 से 7.9 तीव्रता का भूकंप खतरनाक होता है। इससे बिल्डिंग गिर जाती हैं और जमीन में फाइप फट जाती है।
• 8 से 8.9 तीव्रता का भूकंप काफी खतरनाक होता है। जापान, चीन समेत कई देशों में 8.8 से 8.9 तीव्रता वाले भूकंप ने खूब तबाही मचाई थी।
• 9 और उससे ज्यादा तीव्रता का भूकंप आने पर पूरी तबाही होती है। इमारतें गिर जाती है। पेड़ पौधे, समुद्रों के नजदीक सुनामी आ जाती है।

इंदौर की अन्य खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

संबंधित खबरें...

Back to top button