बदायूं। उत्तर प्रदेश के बदायूं शहर से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां साजिद नाम के युवक ने अपने भाई जावेद के साथ मिलकर एक घर में घुसकर दो भाइयों को कुल्हाड़ी से काट डाला, जबकि एक अन्य बच्चे को भी घायल कर दिया। इसमें दोनों भाइयों की मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी भाग गए, लेकिन बाद में पुलिस ने उनमें से एक को एनकाउंटर में ढेर कर दिया। वहीं, दूसरा आरोपी साजिद का भाई जावेद मौके से फरार हो गया।
मृतकों के घर के सामने ही है आरोपियों की दुकान
बदायूं की बाबा कॉलोनी में मंगलवार 19 मार्च की शाम दो सगे भाइयों को कुल्हाड़ी से गला काटकर हत्या कर दी गई। मृतकों की पहचान आयुष (14) और अन्नू उर्फ हनी (6) साल के रुप में हुई है। मृतक के पिता विनोद कुमार पेशे से ठेकेदार हैं। वो अपनी पत्नी संगीता और 3 बच्चों के साथ रहते हैं। संगीता घर में ही ब्यूटी पार्लर चलाती हैं। जिस समय यह घटना हुई तब विनोद किसी काम से बाहर गए थे। इनके घर के सामने ही साजिद और जावेद सैलून चलाते हैं। इन दोनों का विनोद के परिवार से किसी बात को लेकर विवाद चल रहा है।
दूसरी मंजिल पर गए और करने लगे हमला
मंगलवार देर शाम साजिद और जावेद, विनोद के घर पर आए। दोनों सीधे विनोद के घर की दूसरी मंजिल पर चले गए। वहीं, संगीता नीचे अपने पार्लर में थीं। ऊपर जाते ही दोनों आरोपियों ने तीनों बच्चों पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। जिसमें आयुष और हनी की मौत हो गई। वहीं तीसरा बच्चा पीयूष गंभीर रूप से घायल हो गया। चीख-पुकार सुनकर घरवाले और आस-पास के लोग ऊपर पहुंचे, लेकिन तब तक आरोपी भाग निकले।
एक आरोपी ढेर
पुलिस ने कुछ ही घंटों बाद रात को एक्शन लेते हुए एक आरोपी साजिद को एनकाउंटर में ढेर कर दिया। उसे जिला अस्पताल ले जाया गया है। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मरने वाला आरोपी बाबापुरी इलाके का साजिद है। इसी के साथ पुलिस की 4 टीमें आरोपियों को घेराबंदी में लगीं थीं। एक संदिग्ध को पुलिस टीम ने पकड़ने का प्रयास किया। उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी।
लोगों में गुस्सा
हत्या के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए। पुलिस को इस मामले की जानकारी दी गई। परिजन और आसपास के लोग मौके पर हंगामा करने लगे। नाराज लोगों ने आरोपियों के सैलून में तोड़फोड़ की और सामान में आग लगा दी।
वहीं, घरवालों ने शव लेने आई एम्बुलेंस को भी वापस कर दिया। जिसके बाद पैरामिलिट्री फोर्स बुलाई गई। तब जाकर शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
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