वॉशिंगटन: फेसबुक और इंस्टाग्राम की पेरेंट कंपनी मेटा ने अपने फैक्ट-चेकिंग (वेरिफिकेशन) प्रोग्राम को बंद करने का ऐलान किया है। यह निर्णय 20 जनवरी को होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह से पहले लिया गया। मेटा अब ट्विटर (अब X) की तर्ज पर ‘कम्युनिटी नोट्स’ नामक एक नया प्रोग्राम शुरू करने की योजना बना रही है। इस फैसले पर डोनाल्ड ट्रंप ने प्रतिक्रिया देते हुए इसे उनकी धमकियों का परिणाम बताया। इसके साथ ही ट्रंप ने मेक्सिको की खाड़ी में बदलाव और कनाडा पर आर्थिक प्रतिबंध लगाने का भी संकेत दिया है।
मेटा का फैसला मेरी धमकियों का परिणाम हो सकता है- ट्रंप
मेटा ने घोषणा की है कि वह अमेरिका से शुरुआत करते हुए अपने इंडिपेंडेंट थर्ड-पार्टी फैक्ट-चेकिंग प्रोग्राम को बंद कर देगी। कंपनी ने यह निर्णय इसलिए लिया क्योंकि, विशेषज्ञ फैक्ट-चेकर्स भी अपने पूर्वाग्रहों से मुक्त नहीं होते। अब मेटा, एक्स की तरह ‘कम्युनिटी नोट्स’ मॉडल अपनाएगी। X के मालिक एलन मस्क ने मेटा के इस फैसले को अच्छा कदम बताया है।
डोनाल्ड ट्रंप ने मेटा के इस फैसले का श्रेय खुद को देते हुए कहा कि यह उनकी धमकियों का परिणाम हो सकता है, जिसके चलते मार्क जुकरबर्ग को फैक्ट-चेकिंग प्रोग्राम बंद करने का निर्णय लेना पड़ा। ट्रंप ने अमेरिकी चुनाव के दौरान मेटा की आलोचना करते हुए आरोप लगाया था कि फैक्ट-चेकर्स प्रोग्राम ने रूढ़िवादी यूजर्स के पोस्ट के साथ भेदभाव किया है।
मार्क जुकरबर्ग ने ट्रंप को किया था बैन
जनवरी 2021 में मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने ट्रंप के फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट को बैन कर दिया था। यह प्रतिबंध दो साल तक रहा और 2023 में इसे हटाया गया। इस घटना ने ट्रंप और जुकरबर्ग के रिश्तों में खटास ला दी।
2024 के राष्ट्रपति चुनावों के दौरान, जुकरबर्ग ने किसी भी उम्मीदवार का समर्थन नहीं किया, लेकिन ट्रंप पर हुए जानलेवा हमले के बाद उन्होंने सार्वजनिक रूप से उनकी सलामती की प्रार्थना करते हुए संवेदना व्यक्त की।