लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही भाजपा-सपा एक-दूसरे को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। गुरुवार को हिंदी साहित्य के पितामह कहे जाने वाले भारतेन्दु हरिश्चन्द्र के जन्मदिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। योगी ने कहा कि भारतेन्दु हरिश्चन्द्र जी ने पहले ही कहा था कि अगर गुलामी की बेड़ियों को तोड़ना है तो अपनी मातृभाषा में पारंगत होना होगा।
उन्होंने कहा- वक्ता, लेखक, कलाकार, पत्रकार, नाटककार आदि इन सभी क्षेत्रों में पारंगत होने के साथ ही राष्ट्रभक्ति और मातृभाषा के प्रति अद्भुत लगाव भारतेन्दुजी में देखने को मिलता है। हम जीवन में कितने दिन जी रहे हैं, यह महत्वपूर्ण नहीं है। हमने कैसा जीवन जिया, यह महत्वपूर्ण होता है।
हम जीवन में कितने दिन जी रहे हैं, यह महत्वपूर्ण नहीं है। हमने कैसा जीवन जिया, यह महत्वपूर्ण होता है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 9, 2021
अखिलेश बोले- ये लौटने की तैयारी है…
योगी के ट्वीट के एक घंटे बाद ही सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार को आड़े हाथों ले लिया। उन्होंने कहा- महत्वपूर्ण ये नहीं है कि हमने कैसा जीवन जिया, महत्वपूर्ण ये है कि हमारी वजह से लोगों ने कैसा जीवन जिया। भाजपा ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है। अब तो भाजपाइयों के प्रवचन तक अच्छे नहीं लगते, उनके दिए गए वचन की तो क्या ही बात करें। ये वापस लौटने की तैयारी है।
महत्वपूर्ण ये नहीं है कि हमने कैसा जीवन जिया, महत्वपूर्ण ये है कि हमारी वजह से लोगों ने कैसा जीवन जिया।
भाजपा ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है। अब तो भाजपाइयों के प्रवचन तक अच्छे नहीं लगते, उनके दिए गये वचन की तो क्या ही बात करें।
ये वापस लौटने की तैयारी है। #भाजपा_ख़त्म
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 9, 2021
अखिलेश और योगी में लगातार जुबानी हमले
अगस्त में एक टीवी चैनल से बातचीत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का नाम ना लेते हुए उन्हें अब्बाजान कहकर संबोधित किया था। योगी के बयान पर अखिलेश भड़क गए थे और उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को अपनी भाषा पर संयम रखना चाहिए। हमारा आपका झगड़ा मुद्दों को लेकर हो सकता है। अगर वो मेरे पिताजी के लिए कुछ कहेंगे तो मैं भी उनके पिताजी के बारे में बहुत कुछ कह दूंगा।
योगी ने कहा था- अब्बाजान कहते थे परिंदा पर नहीं मार पाएगा
दरअसल, योगी के बयान से पहले अखिलेश ने उसी टीवी चैनल के मंच पर कहा था कि हम भाजपा वालों से बड़े हिंदू हैं। उनकी जो परिभाषा हिंदू वाली है, वो हमें नहीं चाहिए। जो नफरत फैलाती हो और समाज को बांटती हो। हम उनसे बड़े हिंदू हैं। साथ ही उन्होंने कहा था कि हमारा जन्म तो अभी हुआ है, लेकिन हमारे मंदिर तो हमारे जन्म से भी पहले के हैं। नेताजी तो हनुमानजी की पूजा काफी समय से करते आए हैं। इस पर योगी ने कहा था कि राम मंदिर के भव्य निर्माण का कार्य हमारे शासन में शुरू किया गया है। उनके अब्बाजान (मुलायम सिंह यादव) तो कहते थे कि हम परिंदा को भी पर नहीं मारने देंगे। इन लोगों ने पहले राम मंदिर की बात स्वीकार नहीं की थी और राम भक्तों पर गोली चलाई थी।
यूपी में चल रही 2022 के चुनाव की तैयारी, सभी दलों ने लगाई ताकत
दरअसल, यूपी में 2022 में 403 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। ऐसे में सभी राजनीतिक दल जोर आजमाइश में लगे हैं। हाल में एआईएमआईएम (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी यूपी में सभा कर रहे हैं और भाजपा, सपा, बसपा और कांग्रेस की घेराबंदी कर रहे हैं। वे यहां मुस्लिम कार्ड खेल रहे हैं। बसपा प्रदेश में प्रबुद्ध सम्मेलन के बाद बूथ कमेटियों को मजबूत करने पर जोर लगा रही है। सपा और भाजपा भी प्रबुद्ध सम्मेलन कर रही है। कांग्रेस की प्रियंका गांधी भी गुरुवार को लखनऊ पहुंच गईं। वे यहां चुनावी तैयारियों के संबंध में कार्यकर्ताओं से बात करेंगी।