भोपालमध्य प्रदेश

लंबी मूंछों के चलते निलंबित MP के कांस्टेबल राकेश राणा हुए बहाल, जानें कहां दी गई पोस्टिंग

मध्य प्रदेश में मूंछे रखने पर सस्पेंड किए गए कांस्टेबल राकेशा राणा को बहाल कर दिया गया है। दरअसल राणा को दो दिन पहले ही लंबी मूंछें रखने के कारण सस्पेंड कर दिया गया था। अपनी मूंछे ना हटाने की जिद्द पर सस्पेंड होने का ये मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और बहस छिड़ गई।

क्या है पूरा मामला

मिली जानकारी के अनुसार कांस्टेबल राणा को उसकी लंबी मूंछे हटाने को कहा गया था। हालांकि उन्होंने ऐसा करने से साफ इनकार कर दिया और कहा, “मैं निलंबन का सामना कर सकता हूं, लेकिन मूंछें नहीं कटवा सकता, क्योंकि मैं राजपूत हूं और ये मेरे आत्मसम्मान और स्वाभिमान से भी जुड़ा है।” जिसके बाद बीते 7 जनवरी को कांस्टेबल राकेश राणा के सस्पेशन का ऑर्डर जारी किया गया।

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बड़े अधिकारियों पर कार्रवाई क्यों नहीं?

सोशल मीडिया पर लोग इस खबर को तेजी से वायरल करने लगे वहीं जब यूजर्स ने सवाल किए तो विभाग बैकफुट पर आ गया और अब राणा को एक बार पिर से बहाल कर लिया गया है। लोगों का कहना कि सेना की राजपूत रेजिमेंट में मूंछ रख सकते हैं। इतना ही नहीं, पुलिस में भी मूंछों के रखने पर अलग से भत्ता देने की व्यवस्था है। यूपी पुलिस में आईपीएस स्तर के बड़े अधिकारी भी राकेश राणा की तरह की मूंछ रखते हैं, फिर उन पर कार्रवाई क्यों नहीं? सिर्फ कांस्टेबल को टारगेट बनाना ठीक नहीं? जबकि राकेश राणा का कहना था कि वो मूंछें नहीं हटवाएंगे, चाहे सस्पेंड हो जाएं।

कहां दी गई पोस्टिंग

राणा को स्पेशल डीजी राजेंद्र मिश्रा के पास से हटाकर एमटी पूल में रिजर्व ड्राइवर के तौर पर रखा गया है। एमटी पूल, प्रबंध शाखा के अंतर्गत आता है।

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मूंछ को अनुशासनहीनता की श्रेणी में लिया

नाराज अधिकारी और उसके वरिष्ठ अधिकारी से कार्रवाई की अनुशंसा की। इसके बाद वरिष्ठ अधिकारी ने उसके निलंबन का आदेश जारी कर दिया। आदेश में लिखा कि कांस्टेबल चालक को मूंछ और बाल कटवाने के आदेश दिए थे जो उसने नहीं माने। उसने मूंछ और बाल जस के तस रखने की हठ की जो कि यूनिफॉर्म सेवा में अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। इस कृत्य का अन्य कर्मचारियों पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।

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राणा को अभिनंदन कहकर बुलाते हैं लोग

राणा ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि वे साल 2007 से पुलिस में सेवा दे रहे हैं और उन्होंने साल 2010 से मुंछें रखनी शुरू की थी। उन्होंने कहा कि बीते 14 साल में उन्हें कभी भी मूछों को हटाने के लिए नहीं कहा गया था। जवान राकेश राणा एसएएफ में चालक के पद पर पदस्थ है। कांस्टेबल राणा की मूंछे यरफोर्स के ग्रुप कैप्टन अभिनंदन जैसी हैं। लिहाजा, जब अभिनंदन सोशल मीडिया पर छाए तो राकेश राणा को उनके साथी भोपाल का अभिनंदन कहकर पुकारने लगे।

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