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VIDEO : डॉग ट्रेनिंग सेंटर के संचालक और कर्मचारियों ने पार की क्रूरता की हद… कुत्ते को फांसी लगाकर बेरहमी से मार डाला

सबूत छिपाने डिलीट कर दी CCTV कैमरों की रिकॉर्डिंग, सायबर सेल ने रिकवर किया डाटा, ट्रेनिंग सेंटर संचालक समेत 3 पर केस दर्ज

भोपाल। राजधानी के मिसरोद थाना अंतर्गत सहारा स्टेट स्थित डॉग ट्रेनिंग सेंटर के संचालक और कर्मचारियों ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दीं। चार महीने के लिए ट्रेनिंग पर लाए गए कुत्ते को उन्होंने फांसी पर लटकाकर बेरहमी से मार डाला। इतना ही नहीं सबूत मिटाने के लिए सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग तक डिलीट कर दी। डॉग के मालिक और शराब कारोबारी ने इस मामले की शिकायत मिसरोद पुलिस से की तो जांच के बाद इस राज पर से पर्दा उठा।

पुलिस ने डीवीआर जब्त कर सायबर सेल की मदद से डाटा रिकवर कराया तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। इसके बाद ट्रेनिंग सेंटर के संचालक और कर्मचारी समेत तीन लोगों के खिलाफ पशु क्रूरता समेत विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों में एक युवती भी शामिल है।

ट्रेनिंग के लिए डॉग को सेंटर पर भेजा था

पुलिस के मुताबिक, निखिल जायसवाल (22) वेयर हाउस रोड कालापीपल मंडी, शाजापुर के रहने वाले हैं और शराब कारोबारी हैं। उन्होंने एक पाकिस्तानी बुली (अल्सेशियन डॉग) नस्ल का डॉग खरीदा था। वह अपने डॉग को ट्रेंड कराना चाहते थे, इसलिए उन्होंने 1 मई 2023 को सहारा एस्टेट स्थित डॉग ट्रेनिंग एंड बोर्डिंग सेंटर में डाला था। इस सेंटर का संचालक रवि कुशवाह है। ट्रेनिंग देने के लिए रवि ने उन्हें 13 हजार रुपए प्रतिमाह का खर्चा बताया था। डॉग की ट्रेनिंग सितंबर महीने में पूरी होनी थी। 14 सितंबर को निखिल ने सेंटर पर फोन लगाकर बोला कि वह अपना डॉग लेने आ रहे हैं, तो ट्रेनर ने मना कर दिया और बोला कि अभी ट्रेनिंग पूरी नहीं हुई है, थोड़ा समय और लगेगा। इसके साथ ही रवि ने कहा कि वह इस ट्रेनिंग की अवधि की फीस नहीं लेगा और डॉग को पूरी तरह ट्रेंड करके ही देगा। देखें वीडियो…

9 अक्टूबर को बताया, नहीं चल रही सांस

पुलिस को दी गई शिकायत में निखिल ने बताया कि 9 अक्टूबर को अचानक रवि ने फोन करके बताया कि उनके डॉग की सांस नहीं चल रही है, वह सेंटर पर ही सीपीआर दे रहे हैं। निखिल ने उसे अस्पताल लेकर जाने का बोला, लेकिन सेंटर वाले अस्पताल नहीं ले गए। इसके बाद निखिल शाम को शाजापुर से सेंटर पहुंचे तो पता चला कि डॉग की मौत हो चुकी है। निखिल ने जब सेंटर में लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग मांगी तो पता चला कि दोपहर ढाई बजे के पहले की पूरी रिकॉर्डिंग डिलीट कर दी गई है। जब उन्होंने अंदर की रिकॉर्डिंग मांगी तो उन्हें तीन घंटे तक बाहर बिठाए रखा गया और बताया कि रिकॉर्डिंग डाउनलोड नहीं हो पा रही है।

डॉग पर हो चुके थे 12 से 15 लाख खर्च

निखिल ने जब डॉग का पीएम कराने की बात कही तो संचालक ने बोला कि उसकी बात हो गई है। सीधे वेटनरी अस्पताल चले जाएं, जहां पीएम हो जाएगा। वह अस्पताल पहुंचे, लेकिन जब पीएम नहीं हुआ तो अपने डॉग की बॉडी को लेकर घर लौट गए। जहां उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। निखिल अपने पालतू डॉग सुल्तान पर 12 से 15 लाख रुपए खर्च कर चुके थे।

सायबर सेल ने डीवीआर की चिप से रिकवर किया डाटा

निखिल की शिकायत के बाद पुलिस, ट्रेनिंग सेंटर पहुंची और डीवीआर जब्त कर लिया। सायबर सेल की मदद से डीवीआर का डाटा रिकवर कराया गया। उसमें 9 अक्टूबर की दोपहर करीब डेढ़ बजे रवि कुशवाह उसके सहयोगी तरुण दास और नेहा उर्फ प्रिया तिवारी कुत्ते की फांसी का फंदा लगाकर हत्या करते हुए दिखाई दिए। रवि और नेहा ने डॉग के गले में रस्सी और पट्टे का फंदा बांधकर उसे लोहे के गेट से लटका दिया था। करीब 10 मिनट तक तड़पने के बाद कुत्ते ने आखिरकार दम तोड़ दिया। पुलिस ने तीनों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

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