
खरगोन। मध्य प्रदेश के खरगोन में चौंकाने वाला मामला सामने आया है। दरअसल, एक रिटायर्ड प्रिंसिपल को जन्मदिन पर गिफ्ट में मिली चॉकलेट्स में नकली दांत मिले हैं। जैसे ही उन्होंने ने चॉकलेट को खाने के लिए मुंह में रखा तो कुछ कड़क महसूस हुआ, बाहर निकाला तो वह चौंक गई। चॉकलेट के अंदर से इंसान के 4 नकली दांत निकले।
उधर, खाद्य एवं औषधि विभाग ने चॉकलेट की एजेंसियों पर छापामार कार्रवाई की है। यहां से चॉकलेट-टॉफी का सैंपल लेकर भोपाल भेजेंगे।
मुंह से बाहर निकालकर देखा तो…
शहर की बैंक कॉलोनी में रहने वाली रिटायर्ड प्राचार्या माया देवी गुप्ता ने बताया कि उन्हें चॉकलेट खाने का शौक है। जन्मदिन पर टॉफी गिफ्ट में मिली थी। खोलकर टॉफी खाने लगी तो चबाने पर कड़क लगी। पहले लगा टॉफी का क्रंची हिस्सा होगा, लेकिन दोबारा चबाकर देखा तो दांत हिल गए। मुंह से वापस बाहर निकालकर देखा तो चॉकलेट मटेरियल के साथ चार नकली दांतों का सेट दिखाई दिया। इसमें 2 दांतों में गैप भी था। चॉकलेट के भीतर दांत देख पहले वह घबरा गईं। जिसके बाद उन्होंने अपने साथी शिक्षकों को इस मामले की जानकारी दी। चॉकलेट के रेपर पर कैडबरी चॉकलेयर्स (Choclairs) गोल्ड कॉफी फ्लेवर लिखा है।
जन्मदिन पर गिफ्ट में मिली थी चॉकलेट
दरअसल, रिटायर्ड प्राचार्या आस्थाग्राम ट्रस्ट में फ्री सेवाएं दे रही हैं। साथ ही वे यहां आवासीय बच्चों को पढ़ाती हैं। बच्चों के साथ जन्मदिन मनाने कई समाजसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि आते हैं। इस दौरान उन्हें गिफ्ट में टॉफी मिली थी। रिटायर्ड प्राचार्या का कहना है कि नामी कम्पनियों की टॉफी में इस तरह की लापरवाही गंभीर है। शासन व प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए। लोग ध्यान से उपयोग करें।
खाद्य विभाग ने लिए सैंपल
खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम ने खरगोन शहर की बैंक कॉलोनी में निवासरत निजी स्कूल की सेवानिवृत्त प्राचार्य माया देवी गुप्ता से चर्चा कर चॉकलेट में 4 नकली दांत निकलने संबंधी जानकारी प्राप्त की। इसके बाद जिला खाद्य एवं औषधि विभाग ने चॉकलेट कंपनी के स्थानीय रिटेलर मेसर्स धनलक्ष्मी के प्रतिष्ठान से सैंपल लिए हैं। मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी एचएल अवास्या ने बताया कि सेवानिवृत प्राचार्य ने उन्हें केवल चॉकलेट का रैपर दिया है, लेकिन कथित तौर पर इसमें निकले चार दांत नहीं सौंपे हैं। उन्होंने बताया कि चॉकलेट की एजेंसी से इस ब्रांड की चॉकलेट के नमूने लेकर जांच के लिए खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भोपाल को भेजा जा रहा है। जांच के उपरांत संबंधित विक्रेता एवं कंपनी के विरुद्ध खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006, नियम 2011 के तहत वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
इससे पहले आइस्क्रीम में निकली थी उंगली
बता दें कि करीब एक महीने पहले मुंबई में मलाड इलाके के 26 साल के डॉक्टर ने ऑनलाइन ऑर्डर कर आइसक्रीम मंगाई। डॉक्टर ने बताया कि जब वो बटरस्कॉच आइसक्रीम खा रहे थे तो उसके अंदर से इंसानी उंगली निकली। वो करीब आधा इंच की थी और उसके ऊपर नाखून भी था।
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