
कोलकाता। आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर के साथ कथित दुष्कर्म और हत्या के बाद डॉक्टरों का हड़ताल आज 24वें दिन में प्रवेश कर चुका है। इस हड़ताल के दौरान जूनियर डॉक्टर, पुलिस आयुक्त सीपी विनीत गोयल के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। सोमवार को विभिन्न मेडिकल कॉलेजों के डॉक्टरों ने कोलकाता पुलिस मुख्यालय तक रैली निकाली। हड़ताल कर रहे डॉक्टर पुलिस मुख्यालय के पास बीबी गांगुली स्ट्रीट पर डटे रहे। डॉक्टरों का कहना है कि पुलिस की निष्क्रियता इस घटना का मुख्य कारण है।
न्याय की मांग पर डटे जूनियर डॉक्टर
8 अगस्त की इस घटना के बाद से ही डॉक्टरों में भारी आक्रोश है। डॉक्टरों ने 14 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में हुई तोड़फोड़ के दौरान भी पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप लगाया है। उनका मानना है कि यदि पुलिस ने समय पर कार्रवाई की होती, तो यह घटना टाली जा सकती थी। इस घटना के बाद से डॉक्टर लगातार पुलिस आयुक्त विनीत गोयल के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
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लालबाजार तक पहुंचने से रोका गया
सोमवार को डॉक्टरों ने ‘लालबाजार अभियान’ की घोषणा की थी, लेकिन उन्हें बीबी गांगुली स्ट्रीट पर ही रोक दिया गया। यहां डॉक्टरों ने पूरी रात बिताई। डॉक्टरों का कहना है कि उनका आंदोलन शांतिपूर्ण है, इसलिए वे गुलाब का फूल और रीढ़ की हड्डी लेकर मार्च कर रहे हैं। डॉक्टरों ने रीढ़ की हड्डी को एक प्रतीक के रूप में इस्तेमाल किया, यह दर्शाने के लिए कि कुछ लोगों की रीढ़ की हड्डी पूरी तरह से झुक गई है और उन्हें इसे बचाए रखने की जरूरत है। बताया जा रहा कि मार्च को आगे बढ़ने से 12 घंटे से अधिक समय तक रोके रखा गया।
रैली रोकने के लिए 9 फीट ऊंची बैरिकेडिंग
जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि कोलकाता पुलिस इस हद तक डर जाएगी कि उन्हें रोकने के लिए 9 फीट ऊंचा बैरिकेड लगाया जाएगा। डॉक्टरों का कहना है कि जब तक उन्हें लालबाजार पहुंचकर पुलिस आयुक्त से मिलने की अनुमति नहीं मिलती, तब तक वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे। इस बीच, सोमवार को CBI ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और तीन अन्य लोगों को गिरफ्तार किया, जो हॉस्पिटल से जुड़े भ्रष्टाचार मामले में संदिग्ध थे। CBI आज उन्हें कोर्ट में पेश करेगी।