
अगरतला। त्रिपुरा के गोमती जिले के उदयपुर शहर में एक सड़क कलाकार को उस समय सांप्रदायिक टिप्पणियों का सामना करना पड़ा जब वह एक प्रसिद्ध गाने ‘अल्लाह के बंदे हंस दे’ पर मंदिर के पास नाच रहा था। यह घटना 18 मई की है, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है।
क्या है मामला
उदयपुर शहर त्रिपुरा का एक ऐतिहासिक स्थल है। श्री श्री माता त्रिपुरा सुंदरी मंदिर, वहां का 500 साल पुराना शक्तिपीठ मंदिर है, जिसे कूर्म पीठ भी कहा जाता है। इसी मंदिर की बाड़ के पास लोकप्रसिद्ध डांसर और यूट्यूबर सानू मलाकार अपना डांस कार्यक्रम कर रहे थे।
सानू बॉलीवुड के मशहूर गाने “अल्लाह के बंदे हंस दे, जो भी हो कल फिर आएगा” पर परफॉर्म कर रहे थे, जिसे कैलाश खेर ने गाया है और इसके बोल विशाल डडलानी ने लिखे हैं। इसी गाने पर विवाद होने लगा
बीजेपी नेता का फूटा गुस्सा
इसी दौरान, भारतीय जनता पार्टी के पश्चिम त्रिपुरा ओबीसी मोर्चा के जिला सचिव तुषार कांति शील वहाँ पहुँचे और सानू से गुस्से में उनका धर्म पूछने लगे। वीडियो में शील यह कहते सुने जा सकते हैं, “यह हिंदुस्तान है, यहां अल्लाह शब्द नहीं चलेगा।”
आगे उन्होंने कहा, “जिहादी! कपड़े उतार, तेरा धर्म क्या है देखना है। यहाँ अल्लाह के नाम का गाना मंदिर के पास नहीं चलेगा।”
शील ने सानू को जय श्रीराम और भारत माता की जय के नारे लगाने को भी मजबूर किया। जब सानू ने जवाब दिया कि वह हिंदू हैं और गरीबों के लिए पैसे इकट्ठा करने के लिए परफॉर्म कर रहे हैं, तब भी शील ने उन्हें अपने लिखे हुए गानों पर ही नाचने को कहा।
क्या है मंदिर का इतिहास
यह मंदिर सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि सांस्कृतिक एकता की मिसाल है। त्रिपुरा सरकार की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, यहाँ सभी धर्मों के लोग पूजा कर सकते हैं। मुस्लिम समुदाय के लोग भी अपनी पहली फसल और दूध देवी को अर्पित करते हैं। मंदिर समिति में विभिन्न धर्मों और जातियों के लोग शामिल हैं। 18वीं सदी में अफगान शासक शमशेर गाजी ने भी इस मंदिर में पूजा की थी। इस मंदिर के मुख्य ट्रस्टी जिलाधिकारी होते हैं, चाहे उनका धर्म कुछ भी हो।
पार्टी ने साधी चुप्पी
हालांकि वीडियो वायरल हो चुका है और विपक्षी पार्टियों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है, लेकिन पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। BJP या इसके OBC मोर्चा ने भी अब तक तुषार कांति शील पर कोई अनुशासनात्मक कदम नहीं उठाया है।
क्या कहती है सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने दो साल पहले निर्देश दिया था कि अगर कहीं भी हेट स्पीच होता है, तो पुलिस को खुद संज्ञान लेकर FIR दर्ज करनी चाहिए, चाहे आरोपी किसी भी राजनीतिक या धार्मिक पहचान से जुड़ा हो।”
कौन हैं सानू मलाकार
सानू मलाकार एक लोकप्रिय स्ट्रीट डांसर और यूट्यूबर हैं। वह अक्सर कहते हैं कि वह डांस से जो पैसे कमाते हैं, उसे गरीबों की मदद के लिए खर्च करते हैं। इस घटना के बाद भी उन्होंने संदेश दिया, “भगवान हर जगह हैं- मंदिर में भी, मस्जिद में भी।”
ये भी पढ़ें- वेगास के पंक रॉक फेस्टिवल में ‘नाजी सिंबल’ पहने बाइकर पर भीड़ ने किया हमला, सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस