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ओणम फेस्ट में केले के पत्तों पर सर्व किए 20 तरह के दक्षिण भारतीय व्यंजन

फूड फेस्ट इन सिटी : होटल पलाश में पारंपरिक परिधानों में नजर आए गेस्ट्स

केले के पत्तों और रंग-बिरंगे फूलों की रंगोली से पलाश रेसीडेंसी का सदर्न स्पाइसेस फूड जोन सजा नजर आया। रेस्त्रां में ओणम के अवसर पर बनने वाले 20 से अधिक पारंपरिक व्यंजनों को अतिथियों को केले के पत्तों पर परोसा गया, जिसका बड़ी संख्या में फूड लवर्स ने लुत्फ लिया। ओणम पर्व के भोजन में मैसूर पाक, मोट्टा अरी चोर, टोमेटो राइस, आलू पोदिमास, बीटरूट पचड़ी, ओलान, बनाना बज्जी, उन्नियप्पम जैसे व्यंजन परोसे गए। वहीं, मीठे में शर्करा वरट्टी, शर्करा उपरी (गुड़ की चाशनी से मिश्रित केले के चिप्स) का जायका फूड लवर्स ने लिया। शहरवासियों के लिए फूड फेस्ट 15 सितंबर को दोपहर 12 बजे से रात 10.30 बजे तक रहेगा।

नारियल से बनी कुजिन्स की सर्व

इस दौरान केले के पत्ते पर पारिप्पु करी मूंग दाल और नारियल से बनी कुजिन्स को केरल के मसालों के मिश्रण से बनाकर सर्व किया। इनजी करी (इमली, अदरक के मिश्रण से बनी चटनी), अदा प्रधम (केरल की एक क्लासिक मिठाई), पाइनएप्पल पचड़ी (अनानास, दही, नारियल के और ग्रीन चिली के मिश्रण से), ओलान (नारियल के दूध की गाढ़ी ग्रेवी में बीन्स के साथ ऐश लौकी), थियाल (मिश्रित सब्जी ग्रेवी), अवियल (नारियल और दूध से बनी सब्जियां) सर्व की गईं। – विपिन कटारे, मैनेजर, पलाश रेसीडेंसी

नारियल के दूध से बनती है ग्रेवी

केरल की कुजिन्स में नारियल, मूंग दाल, दही, बीन्स, लौकी का ज्यादा इस्तेमाल होता है, क्योंकि स्थानीय मौसम के मुताबिक यह पेट को ठंडक देती हैं। सब्जियों की करी बनाने में नारियल के दूध का इस्तेमाल भी किया जाता है, जिससे इसका स्वाद रेगुलर काजू-बादाम वाली ग्रेवी से हटकर होता है। इमली का भी काफी इस्तेमाल करते हैं। -मणि अन्ना, शेफ, सदर्न स्पासेस

कोयंबटूर से मंगवाए मसाले

हम यहां दक्षिण भारतीय परिधान में तैयार होकर फूड फेस्ट में पहुंचे और दक्षिण भारतीय व्यंजनों की इनती विस्तृत रेंज देखकर दिल खुश हो गया। हमें बताया गया कि सदर्न स्पाइसेस कैफे में बनने वाले दक्षिण व्यंजनों को तैयार करने के लिए हम दक्षिण भारत के मसालों का ही प्रयोग करते हैं। कोयंबटूर से मसालों को मंगाते हैं, जिससे गेस्ट्स और फूड लवर्स को दक्षिण के पारंपरिक जायकेदार स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद मिल सके। साथ ही यहां मिलने वाली कॉफी में भी कोयंबटूर के कॉफी बीन्स का उपयोग करते हैं। – शालिनी गुप्ता, फूड लवर

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