
आईपीएल शुरू होते ही जबलपुर में सटोरिये एक्टिव हो गए हैं। हर मैच पर हजारों-लाखों रुपए की बोली लगाकर यह गैरकानूनी कार्य किया जाने लगा है लेकिन पुलिस के खुफिया तंत्र से बच पाना मुश्किल होगा। जबलपुर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने जुआ-सट्टा खिलाने वालों के खिलाफ सख्ती से निपटने के निर्देश दिए हैं। इसी अभियान के तहत रविवार को जबलपुर के तीन थाना क्षेत्रों की पुलिस ने सटोरियों और जुआरियों को सबक सिखाते हुए कार्रवाई की।
चेन्नई-पंजाब के मैच पर लग रहा था दांव
कोतवाली थाना प्रभारी अनिल कुमार गुप्ता ने बताया कि रविवार 3 अप्रैल की रात क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि पवन केशरवानी निवासी साकेत नगर उखरी अपने साथी सुनील कुमार जैन निवासी विजयनगर के साथ मिलकर आईपीएल सट्टा खिला रहा है। जानकारी मिलते ही क्राइम ब्रांच व कोतवाली पुलिस ने बताए गए घर पर दबिश दी और दरवाजा खुलवाया, जहां पवन केशरवानी व अन्य मोबाइल व टीवी के माध्यम से सट्टा चला रहे थे। दोनों के कब्जे से 1 एलईडी, 4 मोबाइल , 1 सट्टा कॉपी और 28 हजार 200 रु नगद सब्त करते हुए धारा 3/4, 4(क) सट्टा एक्ट के तहत कार्रवाई की गई।
सटोरियों को पकड़ने में इनकी रही अहम भूमिका : थाना कोतवाली के उपनिरीक्षक अनिल गौर, आरक्षक विनोद, मुकेश व क्राइम ब्रांच के स.उ.नि अजय पांडे, प्रधान आरक्षक ब्रम्हानन्द, राकेश बहादुुर, आरक्षक महेन्द्र व हर्षवर्धन।
रोड लाइंस के ऑफिस में सट्टा
संजीवनी नगर थाना प्रभारी शोभना मिश्रा ने बताया कि पुलिस को अंधमूक बायपास पर डिल्लो रोड लाइंस के आफिस में आईपीएल सट्टा खिलाए जाने की सूचना मिली थी। बिना देर किए उनकी टीम ने अंधमूक बायपास स्थित ऑफिस में दबिश देकर पंजाब व चेन्नई के मैच में पैसा लगाकर सट्टा खिलाने वाले 5 लोगों को पकड़ा। इनके पास से पुलिस ने 2 सट्टापट्टी, 8 हजार 200 रुपए नगद, 5 मोबाइल, 1 टीवी आदि जब्त करते हुए धारा 4 क, 3/4 सट्टा एक्ट के तहत कार्रवाई की।
सटोरियों को पकड़ने में इनकी रही अहम भूमिका : उपनिरीक्षक सचिन वर्मा, आरक्षक राजेश मिश्रा, सुरेन्द्र व छत्रपाल सिंह।
स्कूल के मैदान में चल रहा था जुआं
इसी प्रकार थाना प्रभारी माढ़ोताल रीना पांडे ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि ग्राम औरिया स्थित सरकारी स्कूल के मैदान में कुछ जुआरी ताश के साथ हार-जीत का दांव खेल रहे हैं। मौके पर दबिश दी गई तो जुआं खेल रहे कुछ लोगों ने भागने का प्रयास किया, जिन्हें घेराबंदी कर पकड़ा गया। आरोपियों ने अपना नाम रामकुमार चड़ार, गौतम केवट, रज्जू उर्फ फूकचंद केवट, अरविन्द बेन, राज यादव सभी निवासी ग्राम औरिया एवं मणिशंकर दीक्षित निवासी त्रिमूर्तिनगर गोहलपुर बताया। जुआरियों के पास से ताश के पत्ते समेत 11 हजार 70 रु नगद जब्त करते हुए धारा 13 जुआ एक्ट के तहत कार्रवाई की गई।
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सटोरियों को पकड़ने में इनकी रही अहम भूमिका : क्राइम ब्रांच के सहायक उप निरीक्षक ओमप्रकाश मिश्रा, प्रधान आरक्षक ओमनारायण, आरक्षक मुकुल गैातम, रंजीत यादव, मुकेश व थाना माढ़ोताल के सहायक उप निरीक्षक राधेश्याम, प्रधान आरक्षक प्रेमनारायण, आरक्षक संदेश व सचिन जैन।