
संसद के बजट सत्र का आज दूसरा दिन है। केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण आज सुबह 11 बजे देश का आम बजट पेश करेंगी। इससे पहले निर्मला सीतारमण वित्त मंत्रालय पहुंचीं। वहां उन्होंने बही खाता दिखाया। अब वे राष्ट्रपति भवन जा रहीं हैं। बता दें कि सोमवार को वित्त मंत्री ने आर्थिक सर्वेक्षण 2021-22 को लोकसभा के पटल पर रखा था।
‘भारत को एक नई दृष्टि की जरूरत’
पूर्व आरबीआई गवर्नर, रघुराम राजन ने कहा कि भारत को एक नई दृष्टि की जरूरत है। हमें केवल विनिर्माण या कृषि जैसे क्षेत्रों के बारे में सोचना बंद कर देना चाहिए।
मोदी सरकार का 10वां बजट
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज मोदी सरकार का 10वां और अपने कार्यकाल का चौथा बजट पेश करेंगी। बताया जा रहा है कि 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव से पहले आने वाले इस बजट में लोगों को राहत दी जा सकती है। इस दौरान सभी की नजर इस बात पर होगी कि सरकार राजकोषीय मजबूती की कसौटी और लोक-लुभावन उपायों के बीच कैसे संतुलन स्थापित कर पाती है। आम तौर पर देश के कॉरपोरेट जगत को आम बजट में कुछ महत्वपूर्ण घोषणाओं की उम्मीद है।
आज क्या-क्या होगा ?
- राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद सुबह 10 बजे निर्मला बजट ब्रीफ केस के साथ संसद भवन पहुंचेंगी।
- इसके बाद सुबह करीब 15 से 10.30 बजे संसद भवन में केंद्रीय कैबिनेट की बैठक होगी। जिसमें बजट को औपचारिक मंजूरी दी जाएगी।
- सुबह 11 बजे संसद में बजट पेश होगा और वित्त मंत्री की स्पीच होगी।
- बजट की स्पीच के बाद पीएम मोदी बजट को लेकर टिप्पणी दे सकते हैं।
इन बातों पर रहेगा फोकस
- कृषि , किसानों और MSME सेक्टर पर रहने की संभावना।
- पीएम किसान सम्मान निधि का पैसा बढ़ाया जा सकता है।
- किसान उत्पादक संघों (FPO) को और मजबूत करने का ऐलान। बता दें कि किसान आंदोलन के दौरान सरकार लगातार इसकी बात करती रही थी।
- किसान पेंशन योजना के बजट में बढोत्तरी और उसका विस्तार हो सकता है।
- मनरेगा के बजट में इजाफा होने की संभावना।
- मध्यम वर्ग को राहत की उम्मीद है। इनकम टैक्स की सीमा में छूट के आसार।
- इलेक्ट्रॉनिक सामानों के आयात शुल्क में कटौती की संभावना है।
- गाड़ियों और अन्य सामानों में इस्तेमाल होने वाले सेमीकंडक्टर चिप के आयात और भारत में निर्माण को लेकर भी कुछ रियायतों का ऐलान संभव है।
- छोटे और मझौले उद्योगों को बड़ी राहत की उम्मीद है, क्योंकि कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला सेक्टर यही है।
GDP 8-8.5% रहने की उम्मीद
वित्त वर्ष 2021-22 में देश की रियल जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 9.2% रखा है। ये आरबीआई के 9.5% के अनुमान से कुछ कम है। 1 अप्रैल से शुरू होने जा रहे वित्त वर्ष 2022-23 के लिए देश की अर्थव्यवस्था के 8-8.5% की दर से जीडीपी ग्रोथ हासिल करने का अनुमान है।
कृषि और इंडस्ट्रियल सेक्टर में ग्रोथ का अनुमान
जानकारी के मुताबिक, वित्त वर्ष 2021-22 में कृषि सेक्टर की ग्रोथ का अनुमान 3.9% रखा गया है। वहीं इंडस्ट्रियल सेक्टर में 11.8% की ग्रोथ का अनुमान रखा गया है। इसके साथ ही सर्विस सेक्टर की ग्रोथ का अनुमान 8.2% रखा गया है।
सत्र के दौरान होंगी 29 बैठकें
संसद के बजट सत्र के दौरान राज्यसभा में 29 बैठकें होंगी। राज्यसभा सचिवालय से जारी बयान में कहा गया है कि बजट सत्र के पहले भाग में 11 फरवरी तक 10 बैठकें होंगी। बता दें कि ये बैठकें 40 घंटे चलेंगी। वहीं दूसरे भाग में 14 मार्च से 8 अप्रैल के बीच 19 बैठकें होंगी। जिसकी अवधि 95 घंटों की होगी।