
राष्ट्रपति बनने के बाद ही डोनाल्ड ट्रम्प ने कनाडा के पीएम ट्रूडो पर निशाना साधा था। पहले उन्होंने ट्रूडो को ‘गवर्नर ट्रूडो’ कह कर संबोधित किया, फिर उसके बाद कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनाने का भी प्रस्ताव दिया था। लेकिन इससे ट्रूडो की लिबरल पार्टी को काफी फायदा हुआ। हाल ही में एक सर्वे से पता चला है कि उनकी पार्टी को विपक्षी कंजरवेटिव पार्टी से ज्यादा लोकप्रियता मिली है। जहां इस बार कंजरवेटिव को 36% समर्थन मिला, वहीं लिबरल को लोगों ने 38% का दिया है। अगर छह सप्ताह पहले की रिपोर्ट्स को देखे तो, कंजरवेटिव पार्टी को 46% लोगों का समर्थन था, जबकि लिबरल को 12% पसंद कर रहे थे। इसे देखते हुए कहा जा सकता है कि ट्रम्प के कारण लिबरल पार्टी की लोकप्रियता में 26% का जबरदस्त उछाल आया है।
ट्रम्प से मिला लिबरल पार्टी का बड़ा फायदा
ट्रंप के हमलों के बावजूद, जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा की आवाज बुलंद करने में कोई कमी नहीं छोड़ी, जिससे लिबरल पार्टी को अच्छा समर्थन मिला। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रंप विरोधी भावना और लिबरल पार्टी के नए नेतृत्व के कारण कंजरवेटिव पार्टी को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
अन्य दो सर्वे में भी दोनों पार्टियों को जनता का लगभग समान समर्थन मिला है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, कंजरवेटिव को 38% और लिबरल को 35% समर्थन प्राप्त हुआ। वहीं, एकोस पोल के सर्वे में लिबरल को 38% और कंजरवेटिव को 37% लोगों का समर्थन मिला।
ट्रम्प ने कहा था- गवर्नर ट्रूडो चाहें तो 51वां राज्य बनें
ट्रंप की जीत के बाद ट्रूडो ने उनसे मुलाकात कर बधाई दी थी। इस दौरान ट्रंप ने मजाकिया लहजे में कहा कि यदि कनाडा टैरिफ से बचना चाहता है, तो उसे अमेरिका का 51वां राज्य बन जाना चाहिए। हालांकि इसके पहले ही ट्रूडो अपना इस्तीफा दे चुके है और अगला आम चुनाव 20 अक्टूबर तक हो सकता है।
अपनी सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाएगा कनाडा
अमेरिका और कनाडा के बीच व्यापारिक तनाव तेजी से बढ़ रहा है, खासकर अवैध दवाओं और फेंटेनाइल संकट को लेकर। ट्रूडो ने टैरिफ के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए साफ कर दिया है कि कनाडा अपने हितों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मंगलवार को कनाडा पर अनुचित टैरिफ लगाए गए, तो देश की ओर से तत्काल और कड़ी प्रतिक्रिया दी जाएगी, जैसा कि हर कनाडाई नागरिक उम्मीद करता है। अब यह देखना अहम होगा कि दोनों देशों के बीच यह व्यापारिक विवाद किस दिशा में जाता है। हालांकि इससे लिबरल पार्टी को काफी फायदा हो सकता है।
सीमा सुरक्षा पर ट्रूडो का जोर
ट्रूडो ने यह भी स्पष्ट किया कि अमेरिका में तस्करी होने वाली दवाओं का अधिकांश हिस्सा कनाडा से नहीं आता है। उन्होंने कहा कि कनाडा अपनी सीमा सुरक्षा को पहले ही मजबूत कर चुका है और अमेरिका के साथ मिलकर इस मुद्दे पर काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि 1.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश करके सीमा सुरक्षा बढ़ाई गई है, जिसमें ड्रोन, ब्लैकहॉक हेलीकॉप्टर्स, और 10,000 सीमा गार्ड शामिल हैं।