जबलपुरमध्य प्रदेश

महाधिवक्ता पुरुषेन्द्र कौरव हाईकोर्ट जज नियुक्त, जल्द होगा शपथ ग्रहण समारोह

विधि एवं न्यायिक विभाग से आदेश जारी

जबलपुर। प्रदेश के महाधिवक्ता पुरुषेन्द्र कौरव मप्र हाईकोर्ट के नवागत जज नियुक्त किए गए हैं। इस संबंध में भारत सरकार के विधि एवं न्यायिक विभाग की ओर से आदेश जारी किए गए हैं। जिसके बाद जल्द ही श्री कौरव हाईकोर्ट जज के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे।
उल्लेखनीय है कि श्री कौरव के नाम की सिफारिश सितंबर माह के प्रारंभ में सर्वोच्च न्यायालय के कॉलेजियम ने की थी। इसके बाद अब श्री कौरव का नाम केन्द्र सरकार के विधि विभाग को भेजा गया, जहां से सारी औपचारिकताएं होने के बाद राष्ट्रपति की मुहर लगते ही सरकार ने इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी कर दिया है।

गाडरवारा में जन्मे हैं श्री कौरव

गाडरवारा के डोंगरगांव में 4 अक्टूबर 1976 को जन्मे श्री कौरव ने 2001 में जबलपुर के एनईएस कॉलेज से एलएलबी की। इसके बाद वर्ष 2006 में स्वतंत्र रूप से वकालत करने लगे। इसके बाद वर्ष 2009 में वह उपमहाधिवक्ता नियुक्त हुए और 2012 में अतिरिक्त महाधिवक्ता बने। इसके बाद वर्ष 2013 में वरिष्ठ अधिवक्ता बने व 6 जून 2017 को महाधिवक्ता नियुक्त हुए। इसके बाद कांग्रेस की सरकार गिरते ही भाजपा शासन काल में पुन: श्री कौरव महाधिवक्ता पद पर नियुक्त हुए।

आज अदालतों में पैरवी नहीं करेंगे वकील

जिला न्यायालय के गेट नंबर-1 पर वकीलों के वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित किए जाने का मामला गरमा गया है। प्रवेश प्रतिबंधित किए जाने से विगत दिवस धरना प्रदर्शन कर रहे वकीलों को गिरफ्तार किए जाने से पूरे समुदाय में आक्रोश है। वहीं मप्र राज्य अधिवक्ता परिषद ने वकीलों की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए 7 अक्टूबर को वकीलों को न्यायालयीन कार्य से पृथक रहकर प्रतिवाद दिवस मनाने का आह्वान किया है।

क्या है पूरा मामला?

उल्लेखनीय है कि जिला न्यायालय परिसर के गेट नंबर-1 से वकीलों के वाहनों का प्रवेश रोक दिया गया था, जिससे वकीलों में खासी नाराजगी थी। जिस पर अधिवक्ताओं ने विगत दिवस बैठक कर प्रवेश दिए जाने की मांग करते हुए गत दिवस मंगलवार को गेट नंबर-1 के समक्ष धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया था। जिसके बाद भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और प्रदर्शनकारी वकीलों की गिरफ्तारी कर उन्हें अस्थायी जेल ले जाया गया। जिसके बाद वकील समुदाय में आक्रोश भड़क गया। वकीलों की गिरफ्तारी की चहुंओर निंदा हुई तो वहीं एसबीसी ने इसके विरोध में आज 7 अक्टूबर को प्रदेशभर में प्रतिवाद दिवस मनाए जाने का ऐलान किया है।

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