
पंजाब के तरनतारन में शुक्रवार देर रात सरहाली पुलिस स्टेशन पर रॉकेट लॉन्चर से हमला किया गया। हालांकि, इसमें किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है। इस अटैक के बाद पुलिस ने पूरे इलाके को सील कर दिया है। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, अटैक में खालिस्तान समर्थक आतंकियों का हाथ हो सकता है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।
आतंकियों के नापाक मंसूबे
पंजाब पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार रात एक बजे पुलिस स्टेशन की बिल्डिंग पर रॉकेट लॉन्चर से अटैक किया गया। इस हमले में बिल्डिंग के शीशे टूट गए। आतंकियों के मंसूबे पूरे नहीं हो सके, क्योंकि उनके द्वारा फेंका गया ग्रेनेड नहीं फटा। जानकारी के मुताबिक, इस हमले में रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (RPG) का इस्तेमाल किया गया है। आरपीजी का अटैक काफी पावरफुल माना जाता है। इस तरह के हमले से बड़ा खतरा होता है।
खौफ पैदा करना था हमले का मकसद!
पुलिस ने बताया कि, धमाके की आवाज सुनकर जब तक जवान सरहाली थाने से बाहर निकले हमलावर फरार हो चुके थे। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि, यह एक आतंकी हमला है। हमलावर इस हमले के जरिए खौफ पैदा करना चाहते थे।
आतंकी गुरपतवंत पन्नू ने ली जिम्मेदारी
सिख फॉर जस्टिस के आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। उसने एक वॉयस नोट भेजा है। जिसमें उसने कहा कि, जालंधर के लतीफपुरा में 1947 में पाकिस्तान से आकर बसे परिवारों को पंजाब सरकार ने बेघर किया है। यह उसी का बदला है।
पन्नू ने सीएम भगवंत मान को धमकी देते हुए कहा कि, पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की राह पर चलने वालों को उन्हीं के पास भिजवा दिया जाएगा। मीडिया रिपोरर्ट्स के मुताबिक, पन्नू ने कहा कि पंजाब में घर-घर में रॉकेट लॉन्चर और बम पहुंच चुके हैं। यही पंजाब को भारत की हुकूमत से आजादी दिलाएंगे।
मोहाली में हुआ था हमला
इससे पहले 6 मई को मोहाली में इंटेलिजेंस विभाग पर RPG से हमला किया गया था। तब भी कार्यालय बंद था और कोई नुकसान नहीं हुआ था।