
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर में अग्निपथ योजना से निकले अग्निवीर को लेकर कहा कि मुझे बीजेपी कार्यालय में अगर सुरक्षा रखनी है तो मैं अग्निवीर को प्राथिमकता दूंगा। इस बयान का विरोध शुरू होने के बाद उन्होंने ट्वीट बोला, टूलकिट से जुड़े लोग मेरे बयान को तोड़ मरोड़कर प्रस्तुत करके कर्मवीरों का अपमान करने की कोशिश कर रहे हैं।
देश के कर्मवीरों का अपमान होगा : विजयवर्गीय
इस पर कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर लिखा, अग्निपथ योजना से निकले अग्निवीर निश्चित तौर पर प्रशिक्षित एवं कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्ध होंगे, सेना में सेवाकाल पूर्ण करने के बाद वह जिस भी क्षेत्र में जाएंगे वहां उनकी उत्कृष्टता का उपयोग होगा। मेरा आशय स्पष्ट रूप से यही था। टूलकिट से जुड़े लोग मेरे बयान को तोड़ मरोड़कर प्रस्तुत करके कर्मवीरों का अपमान करने की कोशिश कर रहे हैं। यह देश के कर्मवीरों का अपमान होगा। राष्ट्रवीरो-धर्मवीरों के ख़िलाफ़ इस टूलकिट गैंग के षड्यंत्रों को देश भली भांति जानता है।
अग्निवीर को सिक्योरिटी पर रखने का बयान
अग्निवीर योजना को लेकर रविवार को भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि इस योजना को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है। यदि सेना में 21 साल का कोई जवान भर्ती होगा और 25 साल में रिटायर हो जाएगा, तो वह अग्निवीर का तमगा लेकर घूमेगा। यदि मुझे भी इस बीजेपी ऑफिस में सिक्योरिटी रखने की जरूरत पड़ी तो हम अग्निवीरों को रखेंगे। विजयवर्गीय ने कहा कि वर्तमान में 32 हजार पूर्व सैनिक देश में है। क्या आपने कभी किसी सैनिक को आंतकवादी गतिविधियों व गलत कार्यों में लिप्त पाया है।
केंद्र सरकार 12 लाख भी दे रही
महासचिव ने आगे कहा कि अग्निवीर योजना कोई राजनीतिक फैसला नहीं है। बल्कि यह तीनों सेनाध्यक्षों ने साथ मिलकर एक प्रस्ताव बनाया है, जो केंद्र सरकार को भेजा है। दुनिया के अलग-अलग देशों में सेना में युवाओं को कान्ट्रैक्ट पर रखा जाता है। वहां पेंशन की कोई व्यवस्था नहीं है। बल्कि 4 साल की नौकरी खत्म होने के बाद केंद्र सरकार 12 लाख रुपए भी दे रही है। योजना को गलत तरीके से समझा जा रहा है।