
हिंदू धर्म में शनिदेव का विशेष महत्व है। हर साल ज्येष्ठ मास यानी जून की अमावस्या को शनि जयंती (Shani Jayanti 2024) मनाई जाती है। इस साल शनि जयंती 6 जून, 2024 को है।
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, शनि सबसे धीमी गति से चलने वाला और रहस्यमय ग्रह है। इस शक्तिशाली ग्रह को नकारात्मकता के लिए जाना जाता है। शनि ढाई वर्ष में अपनी चाल या कह लें राशि बदलते हैं। शनि जीवन में हर तरह के कर्मों के कारक और फलदाता हैं। इसकी महादशा 19 सालों तक चलती है। नकारात्मक प्रभाव होने पर शनि लंबे समय तक कष्ट देते हैं, लेकिन सच्चे लोगों पर हमेशा कृपा बरसाते हैं।
शनि की साढ़े साती और ढैया क्या है?
अच्छे कर्म वाले लोगों पर भी शनि की कृपा हमेशा बनी रहती है। कहते हैं कि जीवन के शुभ और अशुभ कर्मों का हिसाब यही रखते हैं। शनि जीवन में हर तरह के कर्मों का कारक और फलदाता होता है। कुंडली में शनि की स्थिति से ही धन की स्थिति तय होती है। शनि के प्रभाव से व्यक्ति राजा से रंक हो जाता है। शनि की विशेष स्थितियों से धन की प्राप्ति सरल हो सकती है और मुश्किल भी हो सकती है। शनि नकारात्मक हो तो साढेसाती या ढैया घोर दरिद्रता देती है।
कुंडली में बेहतर योग होने के बावजूद अगर कर्म शुभ न हो, तो शनि धन की खूब हानि करवाता है। शनि व्यक्ति को मालामाल बना सकते हैं। अच्छे कर्म करने पर धन वर्षा करते हैं शनिदेव।
कितने साल चलती है शनि की महादशा
शनि की महादशा 19 साल तक चलती है। नकारात्मक प्रभाव होने पर शनि लंबे समय तक कष्ट देते हैं। मनुष्य के जीवन में कर्म बहुत ही महत्व रखते हैं, जैसा कर्म वैसा ही जीवन। शनि की टेढ़ी नजर जिस भी व्यक्ति पर पड़ती है, उस व्यक्ति का जीवन कष्टों से भर जाता है। अगर शनि को प्रसन्न रखना है, तो अपनी और अपने आसपास साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें।
मेष राशि पर शनि का असर
मेष राशि शनि की शत्रु और नीच राशि है। यहां बैठा शनि कष्ट देता है। ऐसे जातक कुसंगति में उलझकर रह जाते हैं। घर में झगड़े होते रहते हैं। ऐसे जातक निष्ठुर, प्रपंची, शराबी होते हैं।
शनि को कैसे प्रसन्न करें?
- गरीबों को काले चने, काले तिल, उड़द या काले कपड़े या सिक्कों का दान करें
- जरूरतमंदों को धूप से बचने के लिए काले छातों का दान करें
- कभी किसी जरूरतमंद का फायदा न उठाएं
- किसी भी व्यक्ति का अहित न करें
- किसी को धोखा न दें और न ही किसी का जीवन बिगाड़े
- पेड़-पौधों को नुकसान न पहुंचाएं
- पीपल के वृक्ष का विशेष ध्यान रखें
- धर्मस्थान में पीपल लगाएं और उसके नीचे हर शनिवार सूर्योदय के पहले जल दें, शाम को सरसों के तेल का दीपक जलाएं
हमारे यूट्यूब चैनल के Peoples पॉडकास्ट में सुनिए शनि की महिमा…
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