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Drone Attack : भारत आ रहे जहाज पर ईरान ने किया था ड्रोन अटैक, अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन का बड़ा दावा

मुंबई। हिंद महासागर में गुजरात के पोरबंदर तट से लगभग 217 समुद्री मील दूर एक व्यापारिक जहाज पर एक ड्रोन ने हमला कर दिया। शनिवार (23 दिसंबर) को संदिग्ध ड्रोन से हमले के बाद जहाज में आग लग गई, हालांकि समय रहते आग को बुझा दिया गया। इसको लेकर अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने दावा किया है कि जिस केमिकल टैंकर पर ड्रोन हमला किया गया वो ईरान से लॉन्च किया गया था। यह जहाज सऊदी अरब के एक बंदरगाह से भारत के मंगलौर आ रहा था।

इधर, हमले की सूचना मिलते ही भारतीय कोस्टगार्ड और भारतीय नौसेना सतर्क हो गए। भारतीय एजेंसियों ने व्यापारिक जहाज केम प्लूटो की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विमान भेजा, संचार स्थापित किया गया। नौसेना ने भी सहायता के लिए युद्धपोत भेजा है। कोस्टगार्ड स्थिति पर करीब से नजर बनाए हुए है। बता दें, जहाज के चालक दल में लगभग 20 भारतीय भी शामिल हैं। हालांकि, ड्रोन हमले में कोई भी घायल नहीं हुआ, सभी सुरक्षित हैं।

जहाज पर लगा था लाइबेरिया का झंडा

पेंटागन ने बयान जारी करते हुए कहा, मोटर जहाज केम प्लूटो पर लाइबेरिया का झंडा लगा हुआ था, जिसका मालिकाना हक जापानी कंपनी के पास है और नीदरलैंड से संचालित होता था। बताया जा रहा है कि हिंद महासागर में कैमिकल टैंकर (केम प्लूटो) पर स्थानीय समयानुसार लगभग 10 बजे (6 बजे जीएमटी) गुजरात के वेरावल तट से 200 समुद्री मील की दूरी पर यह ड्रोन हमला किया गया है। पेंटागन के बयान में कहा यह हमला ईरान की तरफ से ड्रोन द्वारा किया गया।

कोस्टगार्ड मुंबई को मिली पहले सूचना

जहाज में 21 भारतीय चालक दल के सदस्य सवार थे। भारतीय नौसेना के सूत्रों ने बताया कि यूके मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस (यूकेएमटीओ) ने हमले की जानकारी दी थी। कोस्टगार्ड ने बताया कि मुंबई स्थित उसके समुद्री बचाव समन्वय केंद्र (एमआरसीसी) को ही सर्वप्रथम हमले की जानकारी मिली थी। जानकारी मिलते ही नौसेना के पी-8 आई लंबी दूरी के जहाज ने केम प्लूटो के चालक दल की सुरक्षा सुनिश्चित की। वहीं भारतीय नौसेना ने व्यापारिक जहाज की सहायता के लिए एक अग्रिम युद्धपोत भेजा है, जबकि भारतीय तटरक्षक बल भी अपने जहाज आईसीजीएस विक्रम को घटना वाले क्षेत्र तरफ मोड़ दिया है।

कच्चा तेल लेकर भारत आ रहा था जहाज

बताया जा रहा है कि यह जहाज सऊदी अरब के एक बंदरगाह से कच्चा तेल लेकर मंगलौर बंदरगाह जा रहा था। सैन्य सूत्रों ने कहा कि जहाज अब निकटतम बंदरगाह की ओर बढ़ रहा है। भारतीय नौसेना के अधिकारियों ने कहा कि क्षेत्र में भेजे गए एक समुद्री गश्ती विमान ने व्यापारिक जहाज के ऊपर से उड़ान भरी और उसके साथ संपर्क स्थापित किया।

कोस्टगार्ड की सुरक्षा में जहाज के मुंबई आने की उम्मीद

अधिकारियों ने आगे बताया कि हमले के बाद अपने नुकसान का आंकलन कर जहाज मुंबई के लिए रवाना हो गया है। अब यह जहाज कोस्टगार्ड के डोर्नियर विमान की सुरक्षा में ही मुंबई तक का सफर तय करेगा। विमान ने केम प्लूटो के साथ संचार भी स्थापित किया। कोस्टगार्ड अधिकारियों का कहना है कि उम्मीद है कि जहाज मुंबई आ सकता है। वहीं, भारत का विक्रम जहाज अब पूरे रास्ते केम प्लूटो की सुरक्षा करेगा। कोस्टगार्ड केंद्र स्थिति पर करीब से नजर बनाए हुए है। वहीं, भारतीय नौसेना ने भी सुरक्षा के लिए एक युद्धपोत भेजा है।

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