
चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत की पुण्यतिथि पर भारतीय किसान यूनियन (BKU) में दो फूट की खबर सामने आई है। किसान आंदोलन का प्रमुख चेहरा रहे राकेश टिकैत को भारतीय किसान यूनियन से निष्कासित कर दिया गया है। वहीं उनके भाई नरेश टिकैत को भी अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है।
राजेश सिंह चौहान अध्यक्ष चुने गए
जानकारी के मुताबिक, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजेश सिंह चौहान के नेतृत्व में नई भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) बनाई गई है। बता दें कि खुद राजेश सिंह चौहान इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि नरेश टिकैत और राकेश टिकैत राजनीति करने वाले लोग हैं।
जानिए किसको क्या पद मिला ?
हम अराजनैतिक लोग हैं : राजेश सिंह चौहान
लखनऊ में राजेश सिंह चौहान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि कार्यकारिणी के फैसले के बाद मूल भारतीय किसान यूनियन की जगह अब भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) का गठन किया गया है। 13 महीने के आंदोलन के बाद जब हम घर आए तो हमारे नेता राकेश टिकैत राजनीतिक तौर पर प्रेरित दिखाई दिए। हमने उनसे बात की। हमने कहा कि हम अराजनैतिक लोग हैं। हम किसी भी राजनीतिक संगठन के सहयोग में नहीं जाएंगे।
राकेश टिकैत से नाराज दिखे नेता
रविवार को लखनऊ में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जितने भी किसान नेता शामिल हुए, उनकी नाराजगी खासतौर पर राकेश टिकैत से थी। उन्होंने टिकैत पर आरोप लगाया कि, राकेश टिकैत ने आंदोलन का व्यक्तिगत फायदा उठाया। वो अलग-अलग पार्टियों के मंच पर दिखते रहे। यही सब आरोप लगाते हुए बैठक में प्रस्ताव लाया गया और इसके बाद ये बड़ा बदलाव किया गया।
बैठक में ये दावा किया गया है कि ये भारतीय किसान यूनियन का मूल संगठन है, जिसमें अध्यक्ष बदला गया है। ये कोई नया संगठन नहीं बनाया गया है।
सरकार के इशारे पर सब हुआ : राकेश टिकैत
अलग संगठन बनाने पर राकेश टिकैत का बयान सामने आ गया है। उन्होंने कहा कि इन सब के पीछे सरकार जिम्मेदार है और उसी ने सब कुछ करवाया है। जिस तरीके से 26, 27 और 28 जनवरी 2021 को लोगों ने सरेंडर किया था, ठीक उसी तरीके से आज 15 मई को भी चंद लोगों ने सरकार के सामने सरेंडर कर दिया है।
राकेश टिकैत ने कहा कि पहले भी हमारे संगठन से कई सारे लोग बाहर जा चुके हैं। उत्तर प्रदेश में ही भारतीय किसान यूनियन से टूटकर 8 से 10 संगठन बन चुके हैं। उन्होंने कहा, जिनकी आस्था नहीं है वह जाने को स्वतंत्र हैं।