
भोपाल। राजधानी में मप्र टूरिज्म के होटल पलास रेसीडेंसी, विंड एंड वेव्स और लेक व्यूय सहित प्रदेश भर में एमपी टूरिज्म के होटल्स और अन्य यूनिट्स में फूड और स्टे की सुविधा के साथ ही इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए ई- चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की तैयारी हो रही है। इसका संचालन प्राइवेट एजेंसियों को दिया जाएगा। अगले साल से ई-चार्जिंग स्टेशन काम करना शुरू देंगे।
10 साल के लिए ऑफर बुलाए
एमपी टूरिज्म ने इच्छुक एजेंसियों से 10 साल तक सर्विस देने के लिए ऑफर भी बुलाए गए हैं। असल में प्रदूषण मुक्त यात्रा को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश में ई- व्हीकल का चलन बढ़ता जा रहा है। मप्र के साथ ही अन्य राज्यों के पर्यटक भी बड़ी संख्या में ई-व्हीकल से प्रदेश के पर्यटन स्थलों पर पहुंच रहे हैं। पर्यटकों को सुविधा मुहैया कराने के लिए ई- चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। यूनिट्स निगम की रहेगी, लेकिन चार्जिंग प्राइवेट एजेंसियां संचालित करेंगी। इसके लिए एमपी टूरिज्म से 10 साल के लिए संबंधित एजेंसी से करार किया जाएगा।
इन यूनिट्स में बनेंगे ई- चार्जिंग स्टेशन
इस समय प्रदेश भर में मप्र राज्य पर्यटन विकास निगम के 71 होटल, रिसोर्ट और अन्य यूनिट हैं। इसके अलावा उसके 14 बोट क्लब भी हैं। विभागीय जानकारी के अनुसार, शुरआती चरण में 50 यूनिट्स में ई चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। इनमें मालवा रिसॉर्ट, माण्डू, शिप्रा रेसीडेंसी, उज्जैन, सैलानी आईलैण्ड रिसॉर्ट, सैलानी, हनुवंतिया रिसॉर्ट, हनुवंतिया, हिंगलॉज रिसॉर्ट, गांधीसागर, नर्मदा रिसॉर्ट, महेश्वर, व्हाइट टाइगर फॉरेस्ट लॉज, बांधवगढ, जंगल रिसॉर्ट, कान्हा, बाघीरा जंगल रिसॉर्ट, मोचा, होटल कलचुरी रेसीडेंसी, जबलपुर, चंपक बंगलो, पचमढी, ग्लेन व्यू, पंचमढ़ी, होटल भरहुत, सतना, होटल झंकार, खजुराहो, टूरिस्ट विलेज, शिवपुरी, होटल तानसेन रेसीडेंसी, ग्वालियर, सहित निगम की लगभग 50 से ज्यादा इकाईयां शामिल हैं।
एक छत के नीचे ही सर्व सुविधाएं उपलब्ध ऑल अमेनिटीज टू बी अवेलेबल के कॉन्सेप्ट पर कार्य करते हुए पर्यटक और अतिथियों की सुविधाओं का विस्तार लगातार किया जा रहा है। निगम पहली बार अपनी सभी यूनिट्स में इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन की शुरुआत करने जा रहा है। – एस विश्वनाथन, एमडी, मप्र राज्य पर्यटन विकास निगम