
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) के चीफ डायरेक्टर जनरल नितिन अग्रवाल और डिप्टी स्पेशल डायरेक्टर जनरल योगेश बहादुर (वाईबी) खुरानिया को पद से हटा दिया है। सरकार की ओर से जारी आदेश के मुताबिक, दोनों को अपने-अपने होम कैडर रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है। वाईबी खुरानिया को ओडिशा कैडर और नितिन अग्रवाल को केरल कैडर वापस भेज दिया गया है।
गृह मंत्रालय ने अपॉइंटमेंट कमेटी को दिए थे आदेश
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 30 जुलाई को गृह मंत्रालय ने कैबिनेट की अपॉइंटमेंट कमेटी को आदेश जारी करने को कहा था। जिसके बाद डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल ट्रेनिंग की डायरेक्टर साक्षी मित्तल ने ये आदेश जारी किए हैं। हालांकि, सरकार ने इस फैसले के पीछे की वजहों के बारे में नहीं बताया है। साथ ही BSF के नए चीफ और डिप्टी चीफ के नाम की घोषणा भी नहीं हुई है।
ACC ने जारी किया अलग-अलग आदेश
कैबिनेट की नियुक्ति समिति (एसीसी) द्वारा जारी अलग-अलग आदेशों में कहा गया है कि, उन्हें “तत्काल प्रभाव से” “समय से पहले” वापस भेजा जा रहा है। बता दें कि, लगभग 2.65 लाख कर्मियों वाला बीएसएफ पश्चिम में पाकिस्तान और पूर्व में बांग्लादेश के साथ भारतीय सीमाओं की रक्षा करता है। ये दोनों सीमाएं देश की सुरक्षा के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण हैं। तस्करी और घुसपैठ की समस्या इन क्षेत्रों में हमेशा बनी रहती है।
दोनों को पद से क्यों हटाया गया
माना जा रहा है कि, जम्मू-कश्मीर में पिछले 1 साल से हो रही लगातार आतंकियों की घुसपैठ के चलते यह फैसला लिया गया है। भारत सरकार का यह फैसला ऐसे समय में आया है, जब बीएसएफ के नियंत्रण वाली भारत-पाकिस्तान सीमा के करीब जम्मू क्षेत्र में आतंकवाद से जुड़ी घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा पंजाब सेक्टर से लगातार हो रही आतंकी घुसपैठ को प्रभावशाली ढंग से काबू ना कर पाना भी इस एक्शन की बड़ी वजह मानी जा रही है। इस साल ही राजौरी, पुंछ, रियासी, उधमपुर, कठुआ और डोडा जिले में 22 लोगों की मौत हुई है, जिनमें 11 सुरक्षाबलों के जवान हैं।
कार्यकाल पूरा न करने वाले पहले DG होंगे नितिन अग्रवाल
नितिन अग्रवाल 1989 बैच के केरल कैडर के IPS ऑफिसर हैं। उन्हें पिछले साल जून में BSF DG जिम्मेदारी सौंपी गई थी, उनका कार्यकाल 2026 में पूरा होना था। वे BSF के पहले डीजी होंगे, जिन्हें अपना कार्यकाल बीच में ही छोड़ना पड़ा। इससे पहले डीजी की जिम्मेदारी संभालने वाले सभी लोगों ने अपना कार्यकाल पूरा किया है।
वहीं खुरानिया 1990 बैच के ओडिशा कैडर के अधिकारी हैं। वे विशेष महानिदेशक (पश्चिम) के रूप में पाकिस्तान सीमा पर फोर्स के गठन का नेतृत्व कर रहे थे।
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