
भारत के ‘विंड मैन’ के नाम से मशहूर सुजलॉन एनर्जी के फाउंडर तुलसी तांती का निधन हो गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 64 साल की उम्र में कार्डियक अरेस्ट के चलते निधन हो गया। 1958 में गुजरात के राजकोट में जन्में, तांती सुजलॉन एनर्जी के प्रमोटरों में से एक थे, जिसकी स्थापना उन्होंने 1995 में की थी।
राइट्स इश्यू के प्रस्ताव को मंजूरी
तांती का निधन ऐसे समय में हुआ है जब कंपनी 240 करोड़ शेयरों के राइट्स इश्यू के माध्यम से लगभग 1,200 करोड़ रुपए जुटाने की योजना बना रही है। बीते सितंबर माह में ही सुजलॉन एनर्जी के निदेशक मंडल ने राइट्स इश्यू के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। कंपनी दो रुपए के फेस वैल्यु वाले 240 करोड़ शेयरों की पेशकश पांच रुपए प्रति शेयर के निर्गम मूल्य पर करेगी।
बिजली की कमी के कारण हुई थी सुजलॉन एनर्जी की स्थापना
तुलसी तांती कपड़ा व्यवसायी थे। बिजली की कमी की वजह से उन्हें उत्पादन में कमी का सामना करना पड़ता था। इसीलिए उन्होंने 1995 में ही कपड़ा कंपनी की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए पवन ऊर्जा उत्पादन में कदम रखा और सुजलॉन एनर्जी की स्थापना की। इसके बाद 2001 में उन्होंने कपड़ा व्यवसाय को बेच दिया और 2003 में सुजलॉन को दक्षिण-पश्चिमी मिनेसोटा में 24 टर्बाइनों की आपूर्ति के लिए डैनमार एंड एसोसिएट्स से यूएसए में अपना पहला ऑर्डर मिला। सुजलॉन एनर्जी का मार्केट कैप फिलहाल 8,535.90 करोड़ रुपए है।
1995 में सुजलॉन एनर्जी की स्थापना के साथ तांती ने भारत में विंड एनर्जी सेक्टर की अगुवाई की। उन्होंने भारतीय रिन्यूएबल एनर्जी में भी ग्लोबल चुनौतियों के बीच वर्चस्व बनाने की कोशिश की।