लाइफस्टाइलस्वास्थ्य

World Whisky Day : व्हिस्की के बारे में ये बातें बहुत कम लोग ही जानते होंगे, ऐसे हुई थी इस दिन की शुरुआत

World Whisky Day आज मनाया जा रहा है। यह हर साल मई महीने के तीसरे शनिवार को मनाया जाता है। विश्व व्हिस्की दिवस मनाने की परंपरा को साल 2012 से शुरू किया गया था। उस समय से यह हर साल मनाया जाता है। भारत में भी शराब प्रेमी व्हिस्की को खूब पसंद करते हैं। आइए, विश्व व्हिस्की दिवस के बारे में जानते हैं…

विश्व व्हिस्की दिवस का इतिहास

विश्व व्हिस्की दिवस मनाने की शुरुआत साल 2012 में हुई थी। इसके फाउंडर यानी संस्थापक Blair Bowman है। उस समय ब्लेयर University of Aberdeen में पढ़ाई कर रहे थे। उन्होंने लोगों को एक साथ मिलकर व्हिस्की दिवस मनाने की बात की। इसके लिए हर साल सोशल मीडिया पर हैशटैग वर्ल्ड व्हिस्की डे पर चलाया जाता है। इसमें दुनियाभर के लोग सोशल मीडिया के जरिए जुड़ते हैं।

ऐस पड़ा नाम ‘व्हिस्की’

व्हिस्की शब्द की उत्पत्ति usquebaugh शब्द से हुई है, जिसका अर्थ है ओशकी-बे। ओशकी-बे का मतलब जीवन का जल है। इस शब्द को बाद में छोटा कर दिया गया और व्हिस्की शब्द बन गया।

क्या है व्हिस्की ?

व्हिस्की गेहूं, ज्वार, राई और मकई से निर्मित एक मादक पेय है। आमतौर पर व्हिस्की दो तरह की होती है, मॉल्ट व्हिस्की और ग्रेन व्हिस्की। ऐसा कहा जाता है कि व्हिस्की का जिक्र पहली बार स्कॉटलैंड में 15वीं शताब्दी में हुआ था। 18वीं शताब्दी से संयुक्त राज्य अमेरिका में व्हिस्की का प्रोडक्शन किया जाता रहा है। आज विश्व स्तरीय व्हिस्की का प्रोडक्शन करने वाले कुछ मुख्य देश स्कॉटलैंड, आयरलैंड, अमेरिका, कनाडा, जापान और भारत हैं। स्कॉटिश व्हिस्की को सबसे बेहतर माना जाता है। इस देश में व्हिस्की को स्कॉच कहते हैं। भारत में भी व्हिस्की का बड़े पैमाने पर प्रोडक्शन होता है। शराब प्रेमी इस दिन को उत्सव की तरह मनाते हैं।

व्हिस्की के ये फायदे नहीं जानते होंगे आप

  • कैंसर से बचाव में मददगार: एक शोध के मुताबिक, व्हिस्की का सेवन कैंसर से बचाव में मददगार हो सकता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स अच्छी मात्रा में हैं जो कैंसर की कोशिकाओं से लड़ने में मदद करते हैं। इसमें एलेजिक एसिड अच्छी मात्रा में है जो डीएनए में नाइट्रोसेमाइन्स और पोलीसाइक्लिक हाइड्रोकार्बन जैसे कार्सिनोजेनिक तत्व से लड़ने में मदद करते हैं।
  • सर्दी-जुकाम एवं एलर्जी में राहत : व्हिस्की के सेवन से सर्दी-जुकाम और एलर्जी जैसी समस्याओं में भी आराम मिलता है। यह शरीर को गर्माहट देती है और गले की खराश कम करती है। जुकाम के दौरान गर्म पानी और नींबू के रस के साथ इसका सेवन फायदेमंद है।
  • हार्ट के लिए काफी फायदेमंद : बेहद सीमित मात्रा में व्हिस्की या स्कॉच कार्डियोवास्कुलर मांसपेशियों के लिए फायदेमंद है। यह धमनियों में खून क्लॉट होने से रोकने में मदद करती है जिससे दिल के दौरे या स्ट्रोक का रिस्क कम होता है। इसके अलावा, इसमें मौजूद एंटीऑक्सीटेंड्स रक्त में बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं।
  • याददाश्त ठीक रहती है : इसमें इथेनोल की मात्रा है जो मस्तिष्क के न्यूरॉन्स को सक्रिय रखने में मदद करता है। इससे याददाश्त ठीक रहती है और डिमेंशिया या एल्जाइमर का रिस्क कम होता है। तनाव से मुक्ती दिलाने में भी व्हिस्की काफी लाभकारी होती है।
    ध्यान रखें, इसके फायदे तभी तक हैं जब तक आप इसे संतुलित मात्रा में लेंगे।

नोट : एल्कोहल कोई सा भी हो उसका ज्यादा सेवन करना सेहत के लिए काफी हानिकारक होता है। अगर व्हिस्की संतुलित मात्रा में ली जाए तो सेहत की नजर से इसके कई फायदे हैं। वहीं ज्यादा शराब के सेवन से लिवर कैंसर हो भी सकता है।

ये भी पढ़ें: International Tea Day: चाय की चुस्की के साथ जानें इसका इतिहास और इससे जुड़े कुछ रोचक तथ्य

संबंधित खबरें...

Back to top button