
इंदौर के होल्कर स्टेडियम में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरा टेस्ट खेला गया। इस टेस्ट के बाद एक बार फिर पिच पर सवाल खड़े हो गए हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने होलकर स्टेडियम की पिच को ‘खराब’ करार दिया। आईसीसी ने तीसरे टेस्ट के लिए इस्तेमाल की गई पिच को ICC पिच और आउटफील्ड मॉनिटरिंग प्रॉसेस के तहत खराब माना है। इस खराब रेटिंग से इंदौर को तीन डिमैरिट अंक भी मिले और ये अंक 5 साल के लिए सक्रिय रहेंगे।
The rating is in for the Indore pitch for the third #INDvAUS Test 👀#WTC23 | Details 👇 https://t.co/QgWYYxrNCR
— ICC (@ICC) March 3, 2023
दोनों टीमों के स्पिनरों को पहले दिन की शुरुआत से स्पिन के अनुकूल सतह से काफी मदद मिली, जिससे 14 विकेट गिरे। पूरे मैच के दौरान गिरे 31 विकेटों में से 26 विकेट स्पिनरों ने लिए, जबकि केवल 4 विकेट तेज गेंदबाजों के खाते में गए। एक रन आउट हुआ।
होल्कर स्टेडियम को दिए 3 डिमैरिट अंक
जानकारी के अनुसार, आईसीसी मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने तीसरे टेस्ट में दोनों टीमों के कप्तानों से परामर्श के बाद अपनी रिपोर्ट सौंपी। इसके बाद होल्कर स्टेडियम को तीन डिमैरिट अंक दिए गए हैं। बीसीसीआई अब अगर इसके खिलाफ अपील करना चाहे तो उनके पास 14 दिनों का समय है। पिच पर बात करते हुए क्रिस ब्रॉड ने कहा- पिच बहुत सूखी थी। इसने बल्ले और गेंद के बीच संतुलन प्रदान नहीं किया। ये शुरू से ही स्पिनरों का पक्ष लेती दिखी।
उन्होंने कहा, मैच की पांचवीं गेंद पिच की सतह से टूट गई और इसने कभी कभार पिच की सतह को भी तोड़ना जारी रखा जिस पर जरा भी या कोई भी ‘सीम मूवमेंट’ नहीं मिल रहा था और पूरे मैच के दौरान अत्यधिक और असमान उछाल रहा। भारत ने पहले ही सत्र में सात विकेट गंवा दिये थे, क्योंकि गेंद शुरूआती आधे घंटे के दौरान ‘स्क्वायर टर्न’ ले रही थी।